
दिल्ली में महिलाओं के लिए सफर को लेकर एक नया नियम लागू किया गया है, जिसके तहत अगर कोई महिला मुफ्त यात्रा योजना का गलत फायदा उठाकर बिना सही प्रक्रिया के सफर करती है, तो उसे भारी फाइन भरना पड़ेगा। दिल्ली सरकार की Women Free Travel Scheme के तहत डीटीसी (DTC) और क्लस्टर बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा दी गई थी। लेकिन हाल के दिनों में यह देखा गया कि कई महिलाएं बिना पिंक टिकट के बसों में यात्रा कर रही हैं, जिसके चलते अब सख्ती बरती जा रही है।
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पिंक टिकट लेना अनिवार्य, नहीं तो लगेगा जुर्माना
दिल्ली सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि मुफ्त यात्रा सुविधा का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को पिंक टिकट लेना अनिवार्य है। यदि कोई महिला बिना पिंक टिकट के सफर करती पकड़ी गई, तो उस पर नियमानुसार फाइन लगाया जाएगा। नया नियम कहता है कि बिना वैध टिकट यात्रा करने पर महिलाओं से भी सामान्य यात्रियों की तरह जुर्माना वसूला जाएगा, जो 200 रुपये से 500 रुपये तक हो सकता है।
यह नियम तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है और सभी बस कंडक्टरों तथा ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों को सख्ती से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्यों जरूरी हुआ नया नियम?
दिल्ली सरकार ने 2019 में महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा योजना शुरू की थी, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, सुलभ और किफायती परिवहन सुविधा उपलब्ध कराना था। लेकिन समय के साथ यह देखने में आया कि कई महिलाएं बिना टिकट के बसों में चढ़ जाती हैं और मुफ्त यात्रा सुविधा का दुरुपयोग होता है। इससे सरकार को राजस्व हानि हो रही थी और बस सेवा प्रबंधन में अव्यवस्था फैल रही थी।
सरकार का कहना है कि पिंक टिकट के माध्यम से हर मुफ्त यात्रा का रिकॉर्ड रखा जाता है, जिससे योजना की मॉनिटरिंग और फंड आवंटन में पारदर्शिता बनी रहती है। इसी कारण अब बिना टिकट यात्रा पर कार्रवाई को अनिवार्य बना दिया गया है।
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महिलाओं के लिए सफर के नियम
सरकार ने महिलाओं को याद दिलाया है कि मुफ्त सफर के लिए निम्न नियमों का पालन करना आवश्यक है:
- बस में चढ़ते समय कंडक्टर से पिंक टिकट लेना जरूरी है।
- पिंक टिकट के बिना यात्रा करना गैरकानूनी होगा और जुर्माना लगाया जाएगा।
- टिकट लेने के बाद उसे पूरे सफर के दौरान संभालकर रखना अनिवार्य है।
- चेकिंग के दौरान टिकट दिखाना अनिवार्य होगा।
इन नियमों का पालन न करने पर महिलाओं को भी वही जुर्माना भरना पड़ेगा जो सामान्य यात्रियों के लिए तय है।
सफर में पारदर्शिता और सुरक्षा पर जोर
दिल्ली सरकार ने जोर दिया है कि यह कदम महिलाओं की यात्रा को पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए उठाया गया है। ट्रांसपोर्ट विभाग का कहना है कि फ्री बस योजना को सफल और टिकाऊ बनाने के लिए सभी यात्रियों का सहयोग आवश्यक है।
सरकार का लक्ष्य यह भी है कि दिल्ली की पब्लिक ट्रांसपोर्ट को और ज्यादा सुलभ और भरोसेमंद बनाया जाए, ताकि महिलाएं निर्भय होकर यात्रा कर सकें। इसके लिए बसों में सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस ट्रैकिंग और महिला मार्शल की तैनाती जैसे कदम भी उठाए गए हैं।
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आगे क्या?
ट्रांसपोर्ट विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि अगर नियमों का उल्लंघन बढ़ता है तो जुर्माने की राशि को और बढ़ाया जा सकता है। साथ ही महिलाओं के लिए फ्री बस सेवा का दायरा भविष्य में मेट्रो और अन्य लोकल ट्रांसपोर्ट तक बढ़ाने पर भी विचार हो रहा है, लेकिन उसके लिए योजना का सही तरह से कार्यान्वयन और निगरानी अत्यंत आवश्यक होगी।