
बढ़ती जरूरतों और महंगाई के इस दौर में फाइनेंशियल प्लानिंग-Financial Planning पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गई है। अक्सर हम अपनी सैलरी खर्च कर देते हैं और पता ही नहीं चलता कि पैसा कहां गया। लेकिन यदि थोड़ी सी समझदारी से सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट पर ध्यान दिया जाए, तो भविष्य के लिए एक मजबूत आर्थिक नींव रखी जा सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि SIP (Systematic Investment Plan) की मदद से आप 10 साल में 50 लाख रुपये कैसे बचा सकती हैं, और इसके लिए आपको हर महीने कितनी राशि निवेश करनी होगी।
SIP में निवेश से कैसे बना सकती हैं 50 लाख रुपये का फंड?
SIP एक ऐसी निवेश विधि है जिसमें आप हर महीने म्युचुअल फंड-Mutual Fund में एक तय राशि निवेश करते हैं। इससे न केवल आपकी निवेश करने की आदत बनती है, बल्कि लंबे समय में कंपाउंडिंग का फायदा भी मिलता है। फाइनेंस एक्सपर्ट ईशा जायसवाल के अनुसार, यदि आप 10 साल में 50 लाख रुपये का लक्ष्य रखना चाहती हैं, तो SIP एक व्यवहारिक और असरदार तरीका है।
मान लीजिए आप एक इक्विटी म्युचुअल फंड में हर महीने निवेश करती हैं, और औसतन सालाना 12 प्रतिशत रिटर्न मिलता है। ऐसी स्थिति में आपको हर महीने लगभग 21,735 रुपये निवेश करने होंगे। अगर आप जल्दी शुरू करें और समय पर नियमित निवेश करें, तो यह लक्ष्य पूरी तरह से संभव है।
रिटर्न के बदलने पर SIP का गणित कैसे बदलता है?
अब सवाल यह है कि अगर Annual Return 12% की बजाय ज्यादा या कम हो जाए, तो इसका असर आपके निवेश पर कैसे पड़ेगा? एक्सपर्ट के अनुसार:
- अगर रिटर्न बढ़कर 14% हो जाए, तो SIP की मासिक राशि घटकर लगभग 20,432 रुपये रह जाती है।
- वहीं, अगर रिटर्न घटकर 8% हो जाए, तो मासिक निवेश राशि बढ़कर करीब 26,248 रुपये हो जाती है।
इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने निवेश को समय-समय पर रिव्यू करते रहें और बाजार की स्थिति के अनुसार उसमें बदलाव करते रहें।
SIP में निवेश कैसे करें?
SIP में निवेश करना अब पहले की तुलना में कहीं अधिक आसान हो गया है। आपको बस अपने बैंक अकाउंट को अपने म्युचुअल फंड के निवेश खाते से लिंक करना होता है। इसके बाद हर महीने तय तारीख को आपकी चुनी हुई राशि अपने आप डेबिट हो जाती है और आपके फंड में निवेश हो जाता है।
छोटी रकम से शुरुआत करने के बावजूद, SIP में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करने पर बड़ा रिटर्न पाया जा सकता है। SIP का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपको डिसिप्लिन सिखाता है और धीरे-धीरे एक बड़ा कॉर्पस तैयार करता है।
SIP के क्या फायदे हैं?
शेयर बाजार में डायरेक्ट निवेश करने से अक्सर जोखिम बढ़ जाता है, लेकिन SIP के ज़रिए म्युचुअल फंड में निवेश करने पर यह जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। यह निवेश की एक ऐसी विधि है जो धीरे-धीरे बड़े लक्ष्य को भी आसान बना सकती है।
SIP में निवेश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जैसे कि:
- लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बनाएं
- अपने निवेश को नियमित रिव्यू करें
- जरूरत पड़ने पर SIP की राशि बढ़ाएं