
UP Mukhyamantri Abhyudaya Yojana 2025 के तहत यूपी राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए एक नई शुरुआत हुई है। अब मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत छात्रों के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह पोर्टल छात्रों को प्रदेश के कोने-कोने से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग और मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। पिछले कुछ वर्षों में इस योजना ने छात्रों को उच्च सरकारी परीक्षाओं जैसे यूपीएससी, यूपीपीसीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता दिलाने में मदद की है।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लाभ
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के आर्थिक रूप से पिछड़े और ग्रामीण छात्रों को निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग देना है। 2021 से यह योजना प्रभावी रूप से छात्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में कोचिंग और प्रशिक्षण प्रदान कर रही है। अब तक, इस योजना के तहत 82,000 से अधिक छात्र प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और कई छात्रों ने सरकारी सेवाओं में अपनी जगह बनाई है। योजना को अधिक प्रभावी बनाने के लिए अब यह पोर्टल और अधिक सुविधाएं प्रदान करेगा, जैसे एआई के माध्यम से व्यक्तिगत मार्गदर्शन और मॉक इंटरव्यू।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का विस्तार और आवेदन प्रक्रिया
इस बार मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को ब्लॉक स्तर तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को इसका लाभ मिल सके। योजना के अंतर्गत, 75 जिलों में 166 प्रशिक्षण केंद्र कार्यरत हैं, जिनकी संख्या आगे बढ़ाने की योजना है। आवेदन प्रक्रिया में छात्र सबसे पहले अभ्युदय पोर्टल पर जाएं और वहां दिए गए निर्देशों का पालन करें। पंजीकरण के बाद, उम्मीदवार को कोर्स का चयन करना होगा और आवश्यक जानकारी भरकर पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना और उसके द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं
इस योजना के तहत यूपी सरकार ने छात्रों को उच्च गुणवत्ता के प्रशिक्षण की सुविधा दी है। इसके अलावा, प्रदेश के सेवानिवृत्त अधिकारी और विश्वविद्यालय के प्रोफेसर भी छात्रों को वर्चुअल और रियल गाइडेंस प्रदान कर रहे हैं। योजना के तहत अब तक 500 से अधिक आईएएस, 450 आईपीएस और 300 से अधिक आईएफएस अधिकारियों ने छात्रों को मार्गदर्शन दिया है। मॉक इंटरव्यू और अन्य प्रशिक्षण गतिविधियाँ छात्रों के सफल होने के अवसर को बढ़ाती हैं।