Summer Vacation Dates 2025: किन राज्यों ने जारी की छुट्टियों की लिस्ट? फटाफट देखें

इतनी लंबी छुट्टियाँ पहले कभी नहीं मिलीं! जानिए गर्मी की मार से बचाने के लिए सरकारों ने क्या-क्या इंतजाम किए हैं और छात्रों के लिए किन मजेदार कैंप्स का आयोजन हो रहा है!

By Pankaj Singh
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Summer Vacation Dates 2025: किन राज्यों ने जारी की छुट्टियों की लिस्ट? फटाफट देखें
Summer Vacation Dates 2025: किन राज्यों ने जारी की छुट्टियों की लिस्ट? फटाफट देखें

2025 में बढ़ती गर्मी और लगातार जारी हीटवेव के चलते भारत के उत्तर और मध्य राज्यों में 51 दिनों की सबसे लंबी गर्मी की छुट्टियों (Summer Holidays 2025) की घोषणा कर दी गई है। यह हाल के वर्षों में सबसे लंबी अवकाश अवधि मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हरियाणा, झारखंड और दिल्ली एनसीआर जैसे राज्यों ने गर्मी के प्रचंड प्रकोप को देखते हुए इस बड़े निर्णय की घोषणा की है। स्कूलों के लिए यह अभूतपूर्व कदम छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए राहत लेकर आया है।

उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों में 51 दिन का ग्रीष्मकालीन अवकाश

उत्तर प्रदेश में सभी सरकारी और निजी स्कूलों के लिए गर्मी की छुट्टियाँ 15 मई 2025 से 4 जुलाई 2025 तक रहेंगी। इसके बाद स्कूल 5 जुलाई से दोबारा खुलेंगे। बिहार ने भी सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूलों के लिए 14 मई से 3 जुलाई तक 51 दिनों की छुट्टियाँ घोषित की हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश में केवल सरकारी स्कूलों को 13 मई से 2 जुलाई तक अवकाश मिलेगा। राजस्थान में यह अवधि 16 मई से शुरू होकर 5 जुलाई को समाप्त होगी और स्कूल 6 जुलाई से पुनः संचालित होंगे।

छत्तीसगढ़ ने 10 मई से 29 जून तक गर्मी की छुट्टियों की घोषणा की है, जबकि हरियाणा के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में 12 मई से 1 जुलाई तक अवकाश रहेगा। झारखंड में सरकारी स्कूलों के लिए 11 मई से 30 जून तक छुट्टियाँ घोषित की गई हैं। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में CBSE और सरकारी स्कूलों के लिए 15 मई से 4 जुलाई तक गर्मी की छुट्टियाँ तय की गई हैं।

समर वेकेशन के दौरान राज्यों में आयोजित किए जा रहे विशेष कार्यक्रम

गर्मी की छुट्टियों (Summer Vacations 2025) के दौरान उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों ने छात्रों के लिए विशेष ग्रीष्मकालीन कार्यक्रमों का आयोजन भी किया है। उत्तर प्रदेश में “Learn & Explore Camp” शुरू किया गया है, जिसमें बच्चों को विभिन्न शैक्षणिक और रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं दिल्ली में “Fitness for Fun” प्रोग्राम के तहत छात्रों के स्वास्थ्य और फिटनेस को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न खेलकूद और वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी।

इस प्रकार, इन लंबी छुट्टियों को केवल आराम का समय न मानकर राज्य सरकारें इसे बच्चों के समग्र विकास का अवसर भी बना रही हैं।

दिल्ली स्कूल कैलेंडर 2025 में बड़े बदलाव

दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने वर्ष 2025-26 के लिए नया स्कूल कैलेंडर जारी किया है। इसके अनुसार ग्रीष्मकालीन अवकाश 11 मई से 30 जून 2025 तक रहेगा। इसके बाद पतझड़ अवकाश 29 सितंबर से 1 अक्टूबर 2025 तक और शीतकालीन अवकाश 1 जनवरी से 15 जनवरी 2026 तक रहेगा।

दिल्ली के स्कूलों में इस बार गर्मी की छुट्टियों की शुरुआत कुछ दिन पहले से हो रही है ताकि भीषण गर्मी के प्रभाव से बच्चों को बचाया जा सके। इस कदम की सराहना अभिभावकों और शिक्षकों दोनों ने की है, क्योंकि इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोका जा सकेगा।

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अन्य राज्यों की स्थिति और गर्मी के कारण उठाए गए कदम

ओडिशा जैसे राज्यों ने भी बढ़ती गर्मी को देखते हुए 23 अप्रैल 2025 से स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है। हीटवेव की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है।

सरकारों ने केवल अवकाश घोषित करने तक ही सीमित नहीं रहकर, पानी की पर्याप्त उपलब्धता, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं और पब्लिक अवेयरनेस कार्यक्रम भी तेज कर दिए हैं।

उत्तराखंड में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं

उत्तराखंड में गर्मी की छुट्टियों को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि सूत्रों के अनुसार उत्तर भारत के अन्य राज्यों की तर्ज पर यहां भी मई के मध्य से जून के अंत तक अवकाश घोषित किए जाने की संभावना जताई जा रही है। उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे नियमित रूप से विभागीय वेबसाइट पर अपडेट चेक करते रहें या संबंधित स्कूल से संपर्क करें।

बढ़ती गर्मी के बीच छात्रों के लिए सलाह

विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इन लंबे छुट्टियों के दौरान बच्चों को अधिकतर समय घर के अंदर रहना चाहिए, हल्के कपड़े पहनने चाहिए, अधिक पानी पीना चाहिए और बाहर निकलते समय सिर को ढककर रखना चाहिए। इसके अलावा बच्चों को मानसिक रूप से सक्रिय बनाए रखने के लिए पठन-पाठन, रचनात्मक कार्यों और हल्के व्यायाम में व्यस्त रखना भी आवश्यक बताया गया है।

इस वर्ष गर्मी के मौसम में शिक्षा विभागों और सरकारों द्वारा समय पर उठाए गए कदम छात्रों की सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत सराहनीय माने जा रहे हैं।

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Pankaj Singh

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