
SBI Small Cap Fund ने पिछले 3 वर्षों में 13.6% की सालाना ग्रोथ दर्ज की है, जिससे यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या अब SIP यानी Systematic Investment Plan शुरू करना फायदेमंद रहेगा या फिलहाल रुकना समझदारी होगी। स्मॉलकैप फंड्स में संभावनाएं भी अधिक होती हैं और जोखिम भी। ऐसे में निवेश का फैसला सतर्कता और समझदारी से लेना जरूरी है।
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SBI Small Cap Fund का लंबी अवधि का ट्रैक रिकॉर्ड
अगर कोई निवेशक पिछले 15 वर्षों की ग्रोथ देखे, तो SBI Small Cap Fund स्मॉलकैप कैटेगरी में सबसे अधिक भरोसेमंद फंड्स में गिना जाता है। इस फंड ने SIP निवेशकों को 20.72% का सालाना रिटर्न दिया है, जिससे ₹10,000 की मासिक SIP अब ₹1 करोड़ से अधिक हो चुकी है। इतना ही नहीं, लंपसम निवेशकों को भी 19.32% सालाना रिटर्न मिला है, जो इसे अपने कैटेगरी में अव्वल बनाता है।
इस प्रदर्शन के पीछे फंड की एक स्पष्ट निवेश रणनीति रही है, जिसमें छोटे लेकिन संभावनाशील शेयरों को चुना गया है। यही वजह है कि इस फंड ने मार्केट के उतार-चढ़ाव में भी अपनी मजबूती बनाए रखी है।
पोर्टफोलियो और फंड मैनेजमेंट की रणनीति क्या कहती है?
SBI Small Cap Fund की AUM यानी कुल प्रबंधनाधीन संपत्ति ₹30,074.36 करोड़ तक पहुंच चुकी है, जो इसकी लोकप्रियता और निवेशकों के भरोसे को दर्शाती है। इसमें 76.63% निवेश सीधे स्मॉलकैप शेयरों में किया गया है। इसका मतलब है कि यह फंड वाकई अपने कैटेगरी की मूलभूत भावना को कायम रखते हुए उच्च संभावनाओं वाले स्टॉक्स को टारगेट करता है।
इस समय फंड की टॉप होल्डिंग्स में DOMS Industries, Chalet Hotels, SBFC Finance, KIMS और Kalpataru Projects जैसे नाम शामिल हैं, जो अपने-अपने क्षेत्रों में उभरते लीडर्स माने जा रहे हैं। फंड मैनेजमेंट का फोकस ग्रोथ कंपनियों पर है, जिनमें लॉन्ग टर्म में मजबूत रिटर्न देने की क्षमता है।
13.6% की ग्रोथ के बाद SIP शुरू करना ठीक रहेगा या नहीं?
सवाल यह है कि जब SBI Small Cap Fund की तीन साल की ग्रोथ 13.6% रही है, तो क्या यह समय निवेश शुरू करने का है या अब थोड़ा रुकना चाहिए? इसका उत्तर आपके निवेश लक्ष्य, जोखिम लेने की क्षमता और समयावधि पर निर्भर करता है।
अगर आपका निवेश क्षितिज 7 से 10 साल का है और आप बाजार की अस्थिरता को झेल सकते हैं, तो SIP एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। स्मॉलकैप फंड्स शॉर्ट टर्म में भले ही उतार-चढ़ाव दिखाएं, लेकिन लॉन्ग टर्म में यही फंड्स असाधारण रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ ही SIP के जरिए निवेश करने से आप बाजार के हाई और लो दोनों का औसतन लाभ ले सकते हैं, जिससे जोखिम काफी हद तक नियंत्रित हो जाता है।
वहीं अगर आपका निवेश उद्देश्य अल्पकालिक है या आप हाई वोलैटिलिटी को हैंडल नहीं कर सकते, तो SIP शुरू करने से पहले दोबारा सोचिए। आप चाहें तो किसी बैलेंस्ड या लार्जकैप फंड से शुरुआत कर सकते हैं और फिर धीरे-धीरे स्मॉलकैप एक्सपोजर ले सकते हैं।
फाइनेंशियल प्लानिंग में इस फंड की भूमिका क्या हो सकती है?
फाइनेंशियल प्लानिंग के नजरिए से देखा जाए, तो SBI Small Cap Fund उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो अपने पोर्टफोलियो में उच्च ग्रोथ कंपोनेंट जोड़ना चाहते हैं। यह फंड रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की उच्च शिक्षा या लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
एक एक्सपीरियंस्ड फाइनेंशियल प्लानर की तरह सोचा जाए तो स्मॉलकैप फंड्स को पोर्टफोलियो में 10-15% के हिस्से के रूप में शामिल करना समझदारी होगी। इससे आपका पोर्टफोलियो ज्यादा डाइवर्सिफाई होगा और लॉन्ग टर्म में बेहतर रिटर्न की संभावना बनेगी।
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(FAQs)
1. SBI Small Cap Fund में SIP शुरू करने का सही समय कौन-सा है?
अगर आपका निवेश क्षितिज लंबी अवधि (7-10 साल) का है और आप अस्थिरता सहन कर सकते हैं, तो SIP कभी भी शुरू की जा सकती है। बाजार की गिरावट में भी SIP करने से लागत कम होती है और लॉन्ग टर्म में रिटर्न बेहतर मिल सकते हैं।
2. क्या इस फंड में लंपसम निवेश करना सही रहेगा?
स्मॉलकैप फंड्स की अस्थिरता को देखते हुए लंपसम निवेश थोड़ा जोखिमपूर्ण हो सकता है। बेहतर होगा कि लंपसम को SIP में बाँटकर चरणबद्ध तरीके से निवेश करें या STP (Systematic Transfer Plan) का सहारा लें।
3. SBI Small Cap Fund किन निवेशकों के लिए उपयुक्त है?
यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो हाई रिस्क के बदले हाई रिटर्न चाहते हैं और जिनका निवेश क्षितिज लंबा है। रिटायरमेंट, बच्चों की पढ़ाई या लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन जैसे लक्ष्य रखने वाले निवेशकों के लिए यह फंड फायदेमंद हो सकता है।