SBI Annuity Deposit Scheme: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा और भरोसेमंद बैंक है, जो अपने ग्राहकों के लिए विभिन्न निवेश योजनाएं प्रस्तुत करता है। इनमें से एक है SBI Annuity Deposit Scheme, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है, जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर मासिक आय पाना चाहते हैं। यह योजना आपके निवेश को सुरक्षित रखने के साथ-साथ नियमित मासिक आय का भी भरोसा देती है।
SBI Annuity Deposit Scheme क्या है?
SBI Annuity Deposit Scheme एक ऐसी निवेश योजना है, जो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के समान होती है। इस योजना में निवेशक एक निश्चित अवधि के लिए एकमुश्त राशि जमा करते हैं और इसे मासिक किस्तों में ब्याज सहित प्राप्त करते हैं। योजना की अवधि 3, 5, 7, और 10 साल की होती है, और ब्याज दर वही होती है जो फिक्स्ड डिपॉजिट पर लागू होती है। इस योजना की खासियत यह है कि न्यूनतम ₹1,000 से निवेश शुरू किया जा सकता है।
बचत खाते से अधिक ब्याज
SBI Annuity Deposit Scheme में निवेश पर ब्याज दर बचत खाते की तुलना में अधिक होती है। यह दर उस समय की फिक्स्ड डिपॉजिट ब्याज दर के बराबर होती है, जब आपने खाता खोला था। यह ब्याज दर निवेश की पूरी अवधि में स्थिर रहती है। इसके अलावा, सीनियर सिटीजन को इसमें 0.50% की अतिरिक्त ब्याज दर का लाभ मिलता है।
उदाहरण: हर महीने 12,000 रुपये की आय
यदि कोई निवेशक इस योजना में ₹10 लाख का निवेश करता है और ब्याज दर 7.5% है, तो उसे हर महीने लगभग ₹11,870 की आय होगी। यह योजना रिटायरमेंट के बाद नियमित मासिक आय का एक शानदार विकल्प है।
कैसे खोलें खाता?
SBI Annuity Deposit Scheme में खाता खोलने की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है।
- आप नजदीकी एसबीआई शाखा में जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।
- ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए भी खाता खोलने की सुविधा उपलब्ध है।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास एसबीआई का बचत खाता होना चाहिए।
FAQs
Q1: क्या यह योजना पूरी तरह से सुरक्षित है?
हाँ, SBI की यह योजना पूरी तरह सुरक्षित है, क्योंकि यह बैंकिंग विनियामक प्राधिकरणों द्वारा संरक्षित है।
Q2: क्या सीनियर सिटीजन के लिए कोई विशेष लाभ है?
जी हाँ, सीनियर सिटीजन को अन्य निवेशकों की तुलना में 0.50% अधिक ब्याज मिलता है।
Q3: क्या इस योजना को बीच में बंद किया जा सकता है?
नहीं, यह योजना अवधि समाप्त होने से पहले बंद नहीं की जा सकती। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में बैंक इसे अनुमति दे सकता है।