पोस्ट ऑफिस RD बनाम बैंक RD: कौन देता है ज्यादा रिटर्न?

क्या पोस्ट ऑफिस RD की सरकारी गारंटी ज्यादा फायदेमंद है या बैंक RD का लचीलापन? जानिए ब्याज दर, सुरक्षा और निकासी नियमों के आधार पर कौन-सी स्कीम आपके निवेश के लिए है बेहतर विकल्प!

By Pankaj Singh
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पोस्ट ऑफिस RD और बैंक RD दोनों ही ऐसी बचत योजनाएं हैं जो छोटे निवेशकों को सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न की सुविधा देती हैं। 2025 में निवेश से पहले यह जानना जरूरी है कि इनमें से कौन-सी योजना ज्यादा लाभ दे रही है। पोस्ट ऑफिस Recurring Deposit एक सरकारी बचत स्कीम है जो फिक्स्ड ब्याज दर और पूंजी की सुरक्षा देती है, जबकि बैंक RD विभिन्न बैंकों द्वारा दी जाने वाली स्कीम है जिसमें ब्याज दरें और शर्तें बैंक पर निर्भर करती हैं। दोनों योजनाओं में निवेशक मासिक जमा राशि से लंबी अवधि में एक निश्चित कोष तैयार कर सकते हैं, लेकिन रिटर्न, लचीलापन और सुरक्षा के पैमाने पर इनके परिणाम अलग हो सकते हैं।

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ब्याज दर में कौन आगे – Post Office या बैंक?

2025 की बात करें तो पोस्ट ऑफिस RD योजना में 5 वर्षों की अवधि के लिए 6.7% की ब्याज दर मिल रही है, जो तिमाही चक्रवृद्धि (quarterly compounding) के आधार पर जुड़ती है। वहीं, बैंकों की RD ब्याज दरें थोड़ी ज्यादा हैं, जैसे कि HDFC बैंक 7.00%, ICICI बैंक 6.90%, Canara बैंक 6.80% और SBI 6.50% की ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं। यदि निवेशक केवल रिटर्न के आधार पर फैसला करना चाहते हैं तो बैंक RDs थोड़ा अधिक लाभ दे सकते हैं, लेकिन यह हर बैंक और जमा की अवधि पर निर्भर करता है।

लचीलापन और अवधि

बैंक RDs निवेशकों को अवधि चुनने का बेहतर विकल्प देती हैं – 6 महीने से लेकर 10 साल तक की योजना। इसके विपरीत, पोस्ट ऑफिस RD केवल 5 साल के लिए होती है। यानी यदि आप अल्पकालिक निवेश चाहते हैं तो बैंक RD ज्यादा लचीली है, जबकि दीर्घकालिक और सुनिश्चित रिटर्न के लिए पोस्ट ऑफिस विकल्प अच्छा माना जाता है।

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सुरक्षा के मामले में कौन है भरोसेमंद

पोस्ट ऑफिस RD को भारत सरकार की गारंटी प्राप्त है, जिससे इसे पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है। वहीं बैंक RDs भी सुरक्षित मानी जाती हैं लेकिन यहां ₹5 लाख तक का ही बीमा (Deposit Insurance – DICGC) मिलता है। यानी बैंक डिफॉल्ट की स्थिति में केवल ₹5 लाख की राशि ही सुरक्षित रहती है। ऐसे में जिन निवेशकों की प्राथमिकता सुरक्षा है, उनके लिए पोस्ट ऑफिस RD अधिक भरोसेमंद विकल्प बनती है।

निकासी के नियम और समय से पहले बंद करने की सुविधा

पोस्ट ऑफिस RD को केवल 3 वर्ष पूरे होने के बाद ही समय से पहले बंद किया जा सकता है। जबकि अधिकांश बैंकों में RD को 6 महीने बाद ही बंद किया जा सकता है, हालांकि कुछ पेनल्टी चार्ज लग सकते हैं। इस दृष्टि से देखा जाए तो बैंक RDs में निकासी को लेकर अधिक लचीलापन मिलता है।

(FAQs)

पोस्ट ऑफिस और बैंक RD में से कौन ज्यादा ब्याज देता है?
बैंक RDs, खासकर प्राइवेट बैंकों की योजनाएं पोस्ट ऑफिस की तुलना में थोड़ी ज्यादा ब्याज दर देती हैं, लेकिन ब्याज की स्थिरता पोस्ट ऑफिस RD में ज्यादा रहती है।

क्या पोस्ट ऑफिस RD में निवेश पूरी तरह सुरक्षित है?
हां, यह भारत सरकार द्वारा समर्थित है और इसमें पूंजी की पूरी गारंटी होती है।

क्या बैंक RD में जल्दी निकासी संभव है?
हां, अधिकांश बैंक RD योजनाओं में 6 महीने के बाद निकासी संभव होती है, लेकिन उस पर पेनल्टी लग सकती है।

पोस्ट ऑफिस RD की लॉक-इन अवधि कितनी होती है?
कम से कम 3 साल की लॉक-इन अवधि होती है, इसके पहले निकासी नहीं की जा सकती।

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