पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में मोदी ने किया निवेश! टैक्स छूट और FD से बेहतर ब्याज का फायदा

पोस्ट ऑफिस NSC में निवेश से पाएं 6.8% ब्याज, ₹1.5 लाख की टैक्स छूट और प्रधानमंत्री की पसंदीदा योजना का भरोसा। जानें कैसे करें शुरुआत!

By Pankaj Singh
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पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में मोदी ने किया निवेश! टैक्स छूट और FD से बेहतर ब्याज का फायदा

मौजूदा समय में सुरक्षित निवेश और टैक्स बचत (Tax Saving) की तलाश हर किसी को होती है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस की योजनाएं (Post Office Schemes) आपकी सभी जरूरतों को पूरा कर सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पोस्ट ऑफिस की राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (National Savings Certificate-NSC) में निवेश किया है। यह योजना न केवल सुरक्षित है, बल्कि टैक्स छूट के साथ-साथ एफडी (Fixed Deposit) से ज्यादा ब्याज भी प्रदान करती है।

प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पसंदीदा योजना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोस्ट ऑफिस की राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) में 8.4 लाख रुपये का निवेश किया है। यह योजना उनकी आर्थिक प्राथमिकताओं और सुरक्षित बचत के प्रति विश्वास को दर्शाती है। NSC का मुख्य आकर्षण है इसकी सुरक्षा, सरकारी गारंटी और टैक्स छूट का लाभ।

NSC में FD से ज्यादा ब्याज का फायदा

NSC पर वर्तमान में 6.8% का वार्षिक ब्याज मिलता है, जो अधिकांश एफडी योजनाओं से अधिक है। यह ब्याज आपकी मूल राशि में हर साल जुड़ता है और 5 साल के लॉक-इन पीरियड के बाद आपको पूरी राशि ब्याज सहित मिलती है। इस योजना में न्यूनतम ₹1,000 का निवेश करना अनिवार्य है, जबकि अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।

NSC में कौन कर सकता है निवेश?

कोई भी भारतीय नागरिक जिसकी उम्र 18 साल या उससे अधिक है, इस योजना में निवेश कर सकता है। यह खाता अकेले, संयुक्त रूप से या किसी नाबालिग के नाम से खोला जा सकता है। अगर आपके बच्चे की उम्र 10 साल से अधिक है, तो वह अपना खाता खुद संचालित कर सकता है।

Income Tax में छूट का लाभ

राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र योजना के अंतर्गत निवेश की गई राशि पर आयकर अधिनियम (Income Tax Act) की धारा 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है। आप इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में ₹1.5 लाख तक का निवेश करके टैक्स में छूट का दावा कर सकते हैं।

FAQs

प्रश्न 1: NSC पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल है?
उत्तर: हां, NSC पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल है, लेकिन पहले चार साल तक अर्जित ब्याज को पुनर्निवेश माना जाता है, जिससे वह भी 80सी के तहत टैक्स छूट के लिए योग्य हो जाता है।

प्रश्न 2: क्या मैच्योरिटी से पहले पैसे निकाले जा सकते हैं?
उत्तर: NSC में लॉक-इन अवधि 5 साल की होती है। इस दौरान पैसे नहीं निकाले जा सकते हैं, सिवाय विशेष परिस्थितियों जैसे खाता धारक की मृत्यु के।

प्रश्न 3: क्या यह योजना एनआरआई (NRI) के लिए उपलब्ध है?
उत्तर: नहीं, NSC योजना केवल भारतीय नागरिकों के लिए है। एनआरआई इस योजना में निवेश नहीं कर सकते।

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Pankaj Singh

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