
यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के दोनों किनारों पर विकसित होने वाला न्यू आगरा (New Agra Urban Centre) एक नई और भविष्यद्रष्टा योजना है, जिसे यमुना अथॉरिटी (Yamuna Authority) की निगरानी में तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। यह परियोजना न केवल शहरी विकास का उदाहरण बनेगी, बल्कि यहां पर पर्यावरण के अनुकूल उद्योगों की स्थापना से यह एक हरित औद्योगिक शहर के रूप में उभरेगा। इस शहर में 14.6 लाख लोगों के लिए आवास और 8.5 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे।
पर्यावरण-संवेदनशील उद्योगों को मिलेगी प्राथमिकता
न्यू आगरा को डिजाइन करते समय सबसे बड़ी प्राथमिकता दी गई है ताजमहल (Taj Mahal) की सुंदरता और पारंपरिक विरासत को सुरक्षित रखने की। इसीलिए इस पूरे क्षेत्र में केवल उन्हीं फैक्ट्रियों और उद्योगों को अनुमति दी जाएगी, जो रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) और ग्रीन टेक्नोलॉजी का उपयोग करें। ताजमहल के चारों ओर आने वाला ताज ट्रैपेजियम जोन (TTZ) पूरी तरह प्रदूषण-मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है।
9500 हेक्टेयर में फैला होगा न्यू आगरा
इस नए शहर का जोनल प्लान पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है। यह योजना आगरा जिले के 58 गांवों की लगभग 9500 हेक्टेयर जमीन पर लागू होगी। शुरुआत में 36 गांवों की जमीन पर निर्माण कार्य किया जाएगा। इस योजना में औद्योगिक क्षेत्र, आवासीय क्षेत्र, हरित क्षेत्र और आवश्यक नागरिक सुविधाओं को शामिल किया गया है।
उद्योगों के लिए पहले होगा पर्यावरण सर्वेक्षण
परियोजना के तहत प्रदूषण-मुक्त औद्योगिक विकास सुनिश्चित करने के लिए पहले एक विस्तृत पर्यावरण सर्वेक्षण किया जाएगा। इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आधार पर ही उद्योगों को आमंत्रित किया जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी गतिविधि से ताजमहल की सुंदरता या पर्यावरण को क्षति न पहुंचे।
रोजगार और आर्थिक समृद्धि की नई राह
न्यू आगरा का निर्माण न केवल एक भौगोलिक परिवर्तन है, बल्कि यह 8.5 लाख से अधिक लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आएगा। इन अवसरों में मैन्युफैक्चरिंग, हरित प्रौद्योगिकी, सेवा क्षेत्र और स्टार्टअप्स शामिल होंगे। इस परियोजना से पूरे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सकारात्मक परिवर्तन की उम्मीद की जा रही है।
स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित होगा न्यू आगरा
योजना के अनुसार न्यू आगरा को सिर्फ एक औद्योगिक हब नहीं, बल्कि एक पूर्ण स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। शहर की प्लानिंग में सड़क व्यवस्था, सार्वजनिक परिवहन, जल निकासी, ग्रीन बेल्ट और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर खास ध्यान दिया गया है। यह परियोजना भविष्य में एक आदर्श शहरी मॉडल बन सकती है।