
NEET UG 2025: देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) इंदौर में स्नातक स्तर की पारंपरिक परीक्षाएं इस वर्ष एक नई चुनौती का सामना कर रही हैं, जिसका कारण है राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा यानी नीट यूजी (NEET-UG) का आयोजन। मई के पहले सप्ताह में होने वाली इस महत्वपूर्ण परीक्षा की वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन को अपनी पूर्व निर्धारित परीक्षा योजनाओं में बदलाव करना पड़ रहा है। इससे बीए, बीएससी जैसे पारंपरिक स्नातक पाठ्यक्रमों के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं सीधे तौर पर प्रभावित होंगी।
परीक्षा कार्यक्रम में आ रहा बदलाव
नीट परीक्षा के दौरान DAVV की कई प्रमुख इकाइयों—IMS, IIPS और IET—को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इसके साथ ही इंदौर जिले के सरकारी व निजी कॉलेजों को भी केंद्र के रूप में उपयोग किया जा रहा है, जहां तकरीबन 28,000 परीक्षार्थी शामिल होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस वजह से 1 से 5 मई के बीच निर्धारित पारंपरिक पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं अब तय समय पर नहीं हो पाएंगी। नई तिथियां निर्धारित की जा रही हैं, और संशोधित टाइम टेबल 21 अप्रैल तक विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
नीट परीक्षा की व्यापक तैयारी
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जा रही NEET परीक्षा को सफल बनाने के लिए इंदौर प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन दोनों मिलकर कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी आशीष सिंह द्वारा विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर IMS, IIPS और IET संस्थानों को परीक्षा केंद्र के रूप में उपयोग करने की अनुमति दी गई है। इन केंद्रों पर लगभग 2,000 विद्यार्थियों की परीक्षा कराने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे विश्वविद्यालय की आंतरिक परीक्षाएं प्रभावित होना स्वाभाविक है।
पुनर्निर्धारण की आवश्यकता
परीक्षा विभाग के सहायक कुलसचिव डॉ. विष्णु मिश्रा ने बताया कि विश्वविद्यालय को नीट परीक्षा के लिए अपने कुछ विभागों को परीक्षा केंद्र के रूप में देना आवश्यक है। ऐसे में स्नातक परीक्षाओं को नए सिरे से शेड्यूल करना जरूरी हो गया है। इस मुद्दे पर कुलपति डॉ. राकेश सिंघई से भी चर्चा की जा चुकी है और विश्वविद्यालय ने सभी संभावित विकल्पों पर विचार किया है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई व परीक्षा दोनों प्रभावित न हों।