
जब भी बैंक ट्रांसफर या यूपीआई-UPI के माध्यम से किसी को पैसे भेजे जाते हैं, तो अकाउंट नंबर की एक छोटी सी गलती भी बड़ी समस्या खड़ी कर सकती है। भारत में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं जहां किसी ने गलती से किसी और के अकाउंट में पैसे डाल दिए। लेकिन अगर यही गलती आपके पक्ष में हो जाए और किसी ने अनजाने में आपके खाते में पैसे डाल दिए, तो सवाल उठता है—क्या आप उस पैसे का इस्तेमाल कर सकते हैं?
गलती से अकाउंट में आए पैसे को लेकर सबसे पहले क्या करें?
अगर आपके बैंक अकाउंट में किसी अनजान स्त्रोत से पैसे ट्रांसफर होते हैं, तो सबसे पहले आपको अपनी बैंक शाखा से संपर्क करना चाहिए। ट्रांजैक्शन की तारीख, रिफरेंस नंबर और अमाउंट की जानकारी बैंक को दें, ताकि बैंक इंटरनल जांच शुरू कर सके। बैंक की प्रक्रिया के अनुसार, यह जानना ज़रूरी होता है कि पैसे भेजने वाला कौन है और क्या वह वास्तव में गलती से ट्रांसफर हुआ था। यदि इस पर तुरंत ध्यान न दिया जाए, तो आगे चलकर परेशानी बढ़ सकती है—खासतौर पर तब, जब ट्रांजैक्शन की जड़ें किसी अवैध स्रोत जैसे कि मनी लॉन्ड्रिंग या धोखाधड़ी से जुड़ी हों।
गलती से आए पैसों को खर्च करना क्यों हो सकता है खतरनाक?
ऐसा अकसर देखा गया है कि जब किसी के अकाउंट में अचानक कुछ हजार या लाख रुपये आ जाते हैं, तो लोग उसे एक ‘गिफ्ट’ या ‘भाग्य का खेल’ समझकर खर्च कर देते हैं। लेकिन कानून के अनुसार, ऐसा करना एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। अगर आपने गलती से आए पैसे को खर्च कर दिया और वह पैसे किसी अन्य के थे, तो बैंक आपको उन्हें वापस लौटाने को कह सकता है। मना करने पर आपका अकाउंट फ्रीज किया जा सकता है और आपके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कर कानूनी कार्यवाही शुरू की जा सकती है।
यह मामला केवल नैतिकता का नहीं, बल्कि फाइनेंशियल फ्रॉड-Financial Fraud और लीगल रिस्पॉन्सबिलिटी-Legal Responsibility का भी है। अगर बैंक को लगता है कि आपने जानबूझकर पैसे को खर्च किया, तो IPC की कई धाराओं के अंतर्गत आपके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है।
गलती से ट्रांसफर हुआ पैसा वापस कैसे होता है?
बैंक इस तरह के मामलों में फंड रिवर्सल प्रक्रिया अपनाता है। जब ट्रांजैक्शन गलती से हुआ हो और संबंधित व्यक्ति बैंक को समय पर सूचना दे देता है, तो बैंक पैसों को ऑरिजिनल अकाउंट होल्डर को लौटा देता है। यदि आप खुद पहल करते हैं और बैंक को जानकारी देते हैं, तो यह आपके भरोसे और ईमानदारी को दर्शाता है, जिससे आपको कानूनी राहत भी मिल सकती है।