Income Tax Alert: सेविंग अकाउंट से पैसे जमा-निकासी पर भी है लिमिट? जानिए क्या कहता है नियम

इस लेख में सेविंग अकाउंट में नकद जमा की सीमा, एक दिन और सालाना ट्रांजेक्शन लिमिट, आयकर विभाग की प्रक्रिया और नोटिस का जवाब कैसे देना है, इसकी विस्तार से जानकारी दी गई है। अगर आप बैंक में बड़े पैमाने पर कैश लेन-देन करते हैं, तो इस लेख की जानकारी आपके लिए उपयोगी और बचावकारी हो सकती है।

By Pankaj Singh
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Income Tax Alert: सेविंग अकाउंट से पैसे जमा-निकासी पर भी है लिमिट? जानिए क्या कहता है नियम
Income Tax Alert

हम सभी पैसा बचाने और सुरक्षित रखने के लिए बैंक में सेविंग अकाउंट (Saving Account) खोलते हैं। इसमें पैसे का लेन-देन आसान होता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस खाते में कितनी नकदी जमा करना सुरक्षित है? आयकर विभाग (Income Tax Department) के नियमों के मुताबिक, एक वित्तीय वर्ष में सेविंग अकाउंट में 10 लाख रुपये से ज्यादा की नकद लेन-देन संदेह के घेरे में आ सकती है। इससे ज्यादा की राशि जमा करने पर आपको आयकर नोटिस मिल सकता है।

Income Tax की नजर में एक दिन की कैश लिमिट क्या है?

हम रोजमर्रा की जिंदगी में कई बार नकद लेन-देन करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि Income Tax Act की धारा 269ST के अनुसार, एक दिन में 2 लाख रुपये से ज्यादा की नकद लेन-देन करना मना है। अगर आपने एक दिन में इससे ज्यादा कैश जमा किया या किसी को दिया, तो बैंक इसकी सूचना आयकर विभाग को देगा। यह नियम सभी खातों पर लागू होता है, यानी अगर आपने अलग-अलग खातों में भी मिलाकर 2 लाख से ज्यादा कैश जमा किया तो भी यह सीमा पार हो जाएगी।

कैश डिपॉजिट लिमिट और पैन कार्ड की जरूरत

Cash Deposit Limit India के तहत, अगर आप एक दिन में ₹50,000 से अधिक की नकद राशि जमा करते हैं, तो आपको PAN नंबर देना जरूरी होता है। यदि आपके पास पैन नहीं है, तो आप Form 60 या 61 जमा कर सकते हैं। इसके अलावा, अगर आपकी सालाना कैश डिपॉजिट ₹10 लाख से ज्यादा हो जाती है तो यह हाई-वैल्यू ट्रांजेक्शन माना जाता है और बैंक इसे आयकर विभाग को रिपोर्ट करता है।

Income Tax Notice आने पर क्या करें?

अगर आपने साल भर में बड़ी मात्रा में नकद जमा किया है और आपको Income Tax का नोटिस मिला है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप अपने आय के स्रोत का सबूत पेश करें। ये सबूत आपके बैंक स्टेटमेंट, निवेश रिकॉर्ड (Investment Records), या अगर राशि विरासत में मिली है तो वसीयत या उत्तराधिकार से संबंधित दस्तावेज हो सकते हैं। अगर आपके पास वैध दस्तावेज हैं तो आप आसानी से इस जांच प्रक्रिया से बाहर निकल सकते हैं।

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Pankaj Singh

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