
AC Electricity Consumption इस साल एक बार फिर से चर्चा में है, क्योंकि मौसम विभाग ने भीषण गर्मी की भविष्यवाणी की है। दिल्ली-NCR सहित देश के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका है। ऐसे में बिना एयर कंडीशनर (AC) के घर में रहना नामुमकिन हो गया है। लेकिन एसी की ठंडक के साथ जो सबसे बड़ी चिंता है, वह है बिजली बिल—जो कि जेब पर भारी पड़ सकता है। खासकर जब आप रोज़ाना लंबे समय तक AC चलाते हैं, तो महीने के अंत में बिजली का बिल चौंका सकता है।
अधिकांश लोग 1.5 टन वाले स्प्लिट एसी को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि यह औसत आकार के कमरों के लिए उपयुक्त होता है। लेकिन सिर्फ टन क्षमता ही नहीं, बल्कि उसकी एनर्जी रेटिंग (Energy Rating) भी बिजली की खपत पर बड़ा असर डालती है। इस लेख में हम 3 स्टार और 5 स्टार रेटिंग वाले 1.5 टन AC के बिजली बिल पर पड़ने वाले असर को विस्तार से समझाएंगे।
5 स्टार रेटिंग वाला 1.5 टन एसी
अगर आप 5 स्टार एसी (5 Star AC) का चयन करते हैं, तो यह लगभग 840 वॉट यानी 0.8 kWh प्रति घंटे की बिजली खपत करता है। यदि आप दिन में औसतन 8 घंटे एसी चलाते हैं, तो एक दिन में लगभग 6.4 यूनिट बिजली खर्च होगी।
मान लीजिए कि आपके क्षेत्र में बिजली की दर ₹7.50 प्रति यूनिट है, तो एक दिन में लगभग ₹48 का खर्च होगा। महीने के लिहाज से देखें तो यह खर्च करीब ₹1,500 तक पहुंचेगा। इस तरह, 5 स्टार एसी बिजली की बचत करता है और लंबी अवधि में यह लागत कम करने में मददगार होता है।
3 स्टार रेटिंग वाला 1.5 टन एसी: शुरुआती बचत, लंबे समय में ज्यादा खर्च
वहीं अगर आप बजट को ध्यान में रखते हुए 3 स्टार एसी (3 Star AC) का चयन करते हैं, तो वह लगभग 1104 वॉट या 1.10 kWh प्रति घंटे की बिजली खपत करता है। अगर यह एसी भी दिन में 8 घंटे चलता है, तो यह रोज़ाना 9 यूनिट तक बिजली खर्च करता है।
इसी दर से आपका प्रतिदिन का खर्च ₹67.5 होगा और महीने का कुल खर्च लगभग ₹2,000 तक पहुंच सकता है। यानी 3 स्टार एसी की कीमत तो थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन उसके चलने का खर्च ज्यादा है।
स्मार्ट यूसेज और मेंटेनेंस से कम होगा बिजली बिल
सिर्फ एसी की एनर्जी रेटिंग ही नहीं, बल्कि उपयोग की आदतें और समय पर सर्विसिंग भी बिजली खपत को प्रभावित करती है। बिना सर्विस वाला एसी अधिक लोड लेता है, जिससे उसका कंप्रेसर जल्दी खराब हो सकता है और बिजली की खपत भी बढ़ती है।
समय-समय पर एसी की सर्विस कराना, कम तापमान पर चलाने से बचना और कमरे को इंसुलेटेड रखना जैसे उपाय बिजली के बिल को कम कर सकते हैं।