
अप्रैल का महीना एक बार फिर छुट्टियों की सौगात लेकर आया है। Good Friday 2025 की वजह से इस हफ्ते भी लगातार तीन दिन की छुट्टियों का लुत्फ उठाने का मौका मिल रहा है। जयपुर सहित देश के कई हिस्सों में लोग अभी पिछले वीकेंड की पांच दिन की छुट्टियों की मस्ती से बाहर भी नहीं निकले थे कि एक और सुनहरा अवसर दरवाज़े पर दस्तक दे रहा है। 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 19 को शनिवार और 20 को रविवार—मतलब सरकारी दफ्तरों से लेकर स्कूल-कॉलेजों तक सन्नाटा रहेगा और टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स पर चहल-पहल।
इस बार अप्रैल में छुट्टियों की भरमार ने लोगों को एक बार फिर अपने बैग पैक करने के लिए मजबूर कर दिया है। खासकर वो लोग जो अपने काम की भागदौड़ में परिवार को समय नहीं दे पाते, उनके लिए यह मिनी वेकेशन किसी तोहफे से कम नहीं। कई लोग पहले से ही अपनी ट्रैवल बुकिंग्स कर चुके हैं, जबकि बाकी लोग इस खबर के बाद तेजी से प्लानिंग में जुट गए हैं। छुट्टियों की ये लहर सिर्फ सैर-सपाटे का ही मौका नहीं बल्कि मानसिक सुकून और पारिवारिक जुड़ाव का जरिया भी बनती जा रही है।
क्या होता है गुड फ्राइडे?
गुड फ्राइडे, ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जिसे ईसा मसीह के बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है। Good Friday हर साल ईस्टर संडे से पहले वाले शुक्रवार को आता है और इसे प्रभु यीशु के आत्मबलिदान के रूप में याद किया जाता है। इस साल 18 अप्रैल 2025 को यह दिन मनाया जाएगा। माना जाता है कि इसी दिन प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। हालांकि यह दिन दुःखद घटनाओं से जुड़ा है, फिर भी इसे “गुड” कहा जाता है क्योंकि ईसा मसीह के बलिदान ने मानवता को मोक्ष और प्रेम का संदेश दिया।
यह दिन आत्मचिंतन, प्रार्थना और उपवास का होता है। चर्चों में विशेष सेवाएं आयोजित की जाती हैं और लोग प्रभु यीशु की शिक्षाओं को याद करते हैं। भारत में यह दिन राष्ट्रीय अवकाश होता है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
हाल ही में मिल चुका है पांच दिन का लंबा अवकाश
अप्रैल के शुरूआती हिस्से में भी लोगों को एक बड़ा छुट्टियों का पैकेज मिला था। 10 अप्रैल से 14 अप्रैल 2025 तक लगातार छुट्टियां रहीं, जिसमें महावीर जयंती, महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती, शनिवार, रविवार और अम्बेडकर जयंती शामिल थी। खास बात यह रही कि इस दौरान कई सरकारी कर्मचारी और शिक्षक एक अतिरिक्त छुट्टी लेकर पूरे पांच दिन के लिए घूमने निकल पड़े थे।
इस अवकाश की अवधि ने पहले ही पर्यटन स्थलों पर भीड़ बढ़ा दी थी और अब जब एक बार फिर लंबा वीकेंड सामने है, तो ट्रैवल इंडस्ट्री की रौनक लौटना तय है।