
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी-IMD) ने पूर्वोत्तर भारत के लिए आगामी सप्ताह के लिए भारी बारिश-Heavy Rain Alert का अलर्ट जारी किया है। अनुमान लगाया गया है कि असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में अगले सात दिनों तक गरज और बिजली के साथ तेज बारिश जारी रह सकती है। यह मौसमी चेतावनी विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है जहाँ हालिया बारिश पहले ही जनजीवन को प्रभावित कर चुकी है।
गुवाहाटी में जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त
असम की राजधानी गुवाहाटी में मंगलवार सुबह हुई मूसलधार बारिश ने शहर की रफ्तार थाम दी। दो से तीन घंटे की बारिश के कारण चिड़ियाघर रोड, आरजी बरुआ रोड, जीएस रोड, अनिल नगर, नबीन नगर, गुवाहाटी क्लब और पंजबारी जैसे प्रमुख इलाकों में जलभराव हो गया। घुटनों तक भरे पानी ने लोगों की आवाजाही मुश्किल कर दी, वहीं गरज-चमक और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाओं ने स्थिति को और भयावह बना दिया।
तेज हवाओं और बिजली के साथ जारी रहेगा मौसम का कहर
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान मौसमी प्रणाली उत्तर-पश्चिम बिहार के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और मन्नार की खाड़ी तक फैली उत्तर-दक्षिण ट्रफ के कारण सक्रिय है। इसके प्रभाव से पूर्वोत्तर भारत में लगातार गरज-चमक, बिजली और 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। यह स्थिति कम से कम अगले 7 दिनों तक बनी रह सकती है।
राज्यों के हिसाब से बारिश की स्थिति
असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में 22 से 27 अप्रैल तक भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं, 23 और 25 अप्रैल को नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी तेज बारिश हो सकती है। इन राज्यों में भी हवा की गति 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
दक्षिण भारत में भी बिगड़ा मौसम का मिजाज
आंध्र प्रदेश और कर्नाटक भी इस मौसम प्रणाली की चपेट में आ चुके हैं। आंध्र प्रदेश के उत्तर तटीय क्षेत्रों, यनम, दक्षिण तटीय हिस्सों और रायलसीमा में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। यहां 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है और तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है।