
भारत सरकार ने ‘दीन दयाल स्पर्श योजना’ की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य कक्षा 6वीं से 9वीं तक के छात्रों को डाक टिकट संग्रहण के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना और वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह योजना छात्रों को उनके शैक्षिक जीवन में एक नया अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ उनके बौद्धिक विकास को भी बढ़ावा देती है। इसके माध्यम से छात्रों को डाक टिकट संग्रहण (Philately) के प्रति रुचि विकसित करने और इसके माध्यम से आर्थिक सहायता प्राप्त करने का एक बेहतरीन अवसर मिलेगा।
योजना की मुख्य विशेषताएँ
इस योजना के तहत चयनित छात्रों को प्रतिमाह ₹500 की छात्रवृत्ति दी जाएगी, जो तिमाही आधार पर प्रदान की जाएगी। यह छात्रवृत्ति छात्रों को डाक टिकट संग्रहण में और भी रुचि बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। विशेष रूप से यह योजना उन छात्रों के लिए है जो डाक टिकट संग्रहण क्लब के सदस्य हैं या जो डाकघर में अपना व्यक्तिगत फिलैटली डिपॉजिट खाता खोलते हैं।
पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ उठाने के लिए छात्र को कुछ खास पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा:
- छात्र को मान्यता प्राप्त स्कूल में कक्षा 6 से 9 तक अध्ययनरत होना चाहिए।
- स्कूल में फिलैटली क्लब (डाक टिकट संग्रहण क्लब) होना आवश्यक है, और छात्र को उसका सदस्य होना चाहिए।
- यदि स्कूल में फिलैटली क्लब नहीं है, तो छात्र को डाकघर में अपना व्यक्तिगत फिलैटली डिपॉजिट खाता न्यूनतम ₹200 से खोलना होगा।
चयन प्रक्रिया
दीन दयाल स्पर्श योजना के तहत चयन प्रक्रिया एक लिखित क्विज़ से शुरू होती है, जो मंडलीय स्तर पर आयोजित की जाएगी। इस क्विज़ में कुल 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। क्विज़ में सफल छात्रों को डाक टिकट संग्रहण के एक प्रॉजेक्ट को भी प्रस्तुत करना होगा। इसके बाद परिमंडल स्तर पर समिति द्वारा अंतिम चयन किया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया
छात्रों को इस योजना में भाग लेने के लिए अपने संबंधित स्कूल के माध्यम से आवेदन करना होगा। स्कूल के प्रधानाचार्य से मार्गदर्शन प्राप्त करने के बाद छात्र फिलैटली क्लब के सदस्य बन सकते हैं और अपने आवेदन की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं। इसके लिए छात्रों को अपने निकटतम डाकघर से भी जानकारी प्राप्त हो सकती है।