
दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है, लेकिन राहत की बात यह है कि अभी तक हीटवेव (Heatwave) जैसी स्थिति नहीं बनी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department) के अनुसार, यहां अभी गर्म रातें भी नहीं पड़ रही हैं। हालांकि न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक है, लेकिन यह स्थिति लोगों को कुछ राहत भी दे रही है।
तापमान के आँकड़े: किस शहर में कितना गर्म है?
मौजूदा मौसम की स्थिति के अनुसार:
- दिल्ली: न्यूनतम तापमान 26°C, अधिकतम 41°C
- नोएडा: न्यूनतम 21°C, अधिकतम 40°C
- गुरुग्राम और गाजियाबाद: अधिकतम तापमान 39–40°C के बीच
यह दर्शाता है कि पूरा दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र तीव्र गर्मी की चपेट में है, हालांकि असहनीय गर्म हवाओं यानी हीटवेव की स्थिति से फिलहाल बचाव है।
हीटवेव की आशंका से फिलहाल राहत
मौसम विभाग ने यह साफ किया है कि अभी तक हीटवेव की कोई स्पष्ट संभावना नहीं बनी है। हीटवेव तब मानी जाती है जब तापमान सामान्य से 4-5°C अधिक चला जाए और लगातार कुछ दिनों तक 45°C के आसपास बना रहे। फिलहाल तापमान जरूर अधिक है, लेकिन वह इस स्तर तक नहीं पहुंचा है जिससे इसे ‘हीटवेव’ घोषित किया जाए।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव और मौसम में बदलाव की संभावना
20 और 21 अप्रैल को मौसम के सुहावना रहने की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन अब इसमें संशोधन किया गया है। इसकी वजह पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) है, जो अब हिमालयी क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। इस बदलाव से यह उम्मीद बनती है कि दिल्ली-एनसीआर में मौसम में कुछ ठंडक या बदलाव आ सकता है।
मौसम विभाग ने कहा है कि इस विक्षोभ की स्थिति की 24 अप्रैल को फिर से समीक्षा की जाएगी। उसके बाद ही यह साफ होगा कि यह सिस्टम इलाके में बारिश, ठंडी हवाएं या बादल लाएगा या नहीं।
आम लोगों के लिए सुझाव और सावधानियाँ
जब तक मौसम में बदलाव नहीं आता, तब तक लोगों को कुछ सावधानियाँ बरतनी जरूरी हैं:
- धूप में बाहर निकलने से बचें, खासकर दोपहर के समय
- अधिक से अधिक पानी पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो
- हल्के, सूती कपड़े पहनें
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल दें
यह सब कदम स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे, खासकर इस तेजी से बढ़ते तापमान के दौरान।
मौसम विभाग की सतत निगरानी
भारत मौसम विज्ञान विभाग लगातार मौसम पर नजर बनाए हुए है और रोजाना की स्थिति को ट्रैक कर रहा है। मौसम के इन बदलावों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि जैसे ही कोई गंभीर स्थिति सामने आए, जनता को समय पर सचेत किया जा सके।