
जिले के मोहल्ला बक्शीपुर में रहने वाले ITI छात्र अविचल ने DC करंट को AC करंट में बदलने वाला एक अनोखा कन्वर्टर तैयार कर दिखाया है, जो सोलर बैटरी जैसी DC सप्लाई से सीधे घरेलू उपकरण चलाने की क्षमता रखता है। अविचल की यह खोज उस समय और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है, जब ग्रामीण भारत बिजली संकट से जूझ रहा हो और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy पर निर्भरता लगातार बढ़ रही हो।
अविचल ने बताया कि आमतौर पर बाजार में उपलब्ध इन्वर्टर DC को AC में बदलने के लिए भारी और महंगे विकल्प होते हैं, लेकिन उन्होंने बहुत कम लागत में एक ऐसा कन्वर्टर बनाया है जो आसानी से DC से AC में बदलाव करता है। इस इनोवेशन की सबसे खास बात यह है कि इसे बनाने में महज ₹100 से भी कम खर्च आया और यह इतना कॉम्पैक्ट है कि कहीं भी ले जाया जा सकता है।
कम खर्च में घरेलू उपकरण चलाने की क्षमता
अविचल के इस DC-AC कन्वर्टर ने तकनीक को आम लोगों की पहुंच में ला दिया है। इस कन्वर्टर में मात्र 5 वोल्ट की बैटरी का उपयोग हुआ है, जिससे 9 वोल्ट का LED बल्ब घंटों तक जल सकता है। इस उपलब्धि को उन्होंने अपने सीमित संसाधनों, एक पुराने चार्जर, मोबाइल बैटरी, कुछ तार और LED बल्ब की मदद से पूरा किया।
प्रेरणा और परिवार का योगदान
इस प्रोजेक्ट को बनाने की प्रेरणा अविचल को उनकी बहन छाया श्रीवास्तव से मिली। उन्होंने ही अविचल को इस दिशा में सोचने और कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया। अविचल ने इंटरनेट की मदद से तकनीकी जानकारी जुटाई और फिर इसे अपने कौशल से साकार कर दिखाया।
बिना बिजली वाले गांवों के लिए वरदान
भारत के कई गांव आज भी पूर्ण बिजली सुविधा से वंचित हैं या वहां सोलर पैनल के सहारे कभी-कभार ही बिजली उपलब्ध होती है। ऐसे में अविचल का यह कन्वर्टर एक बड़ा बिजली समाधान बन सकता है। इस तकनीक से छोटे DC स्रोत से AC उपकरण जैसे पंखे, बल्ब, और चार्जर जैसे यंत्रों को चलाया जा सकता है। इसके चलते यह तकनीक विशेषकर ग्रामीण इलाकों के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है।
रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy के क्षेत्र में संभावनाएं
अविचल का यह प्रोजेक्ट एक उदाहरण है कि किस तरह सीमित संसाधनों के बावजूद कोई व्यक्ति तकनीकी नवाचार कर सकता है। आने वाले समय में, जब पूरी दुनिया सस्टेनेबल एनर्जी की ओर कदम बढ़ा रही है, तब इस तरह के छोटे लेकिन प्रभावी प्रोजेक्ट्स इनोवेशन और लोकल सॉल्यूशन के रूप में बड़े बदलाव ला सकते हैं।