
पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप कराने का लाभ अब सिर्फ पर्यावरण तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इससे वाहन मालिकों को सीधा आर्थिक फायदा भी हो रहा है। भारत सरकार की नई व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी के तहत यदि आपकी कार चलने लायक नहीं रही है या उसका रजिस्ट्रेशन दोबारा नहीं हो सकता, तो उसे अधिकृत स्क्रैप सेंटर में जमा कराकर Vehicle Scrapping Certificate हासिल किया जा सकता है। इस सर्टिफिकेट के जरिए नई कार खरीदते वक्त रजिस्ट्रेशन फीस और रोड टैक्स में छूट मिलती है, जो कि एक बड़ा लाभ है।
पुरानी कार को स्क्रैप कराने से कैसे होता है लाभ?
Car Scrapping Benefits सिर्फ स्क्रैप मेटल की कीमत पर निर्भर नहीं करते, बल्कि इसके पीछे सरकार की नीति का उद्देश्य भी जुड़ा है। स्क्रैपिंग से गाड़ी के वजन और उसमें इस्तेमाल हुए मेटल के आधार पर आपको पैसे मिलते हैं। इससे न सिर्फ अनुपयोगी वाहन हटते हैं बल्कि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को नई मांग भी मिलती है। साथ ही, सड़क सुरक्षा और प्रदूषण नियंत्रण जैसे दो बड़े क्षेत्रों में सुधार आता है।
टैक्स में छूट और रजिस्ट्रेशन बेनिफिट्स
Vehicle Scrapping Certificate मिलने के बाद कई राज्य सरकारें नई गाड़ी की खरीद पर रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस में छूट देती हैं। इससे नई कार की लागत कम हो जाती है। यह छूट अलग-अलग राज्यों में भिन्न हो सकती है, लेकिन इसका मकसद साफ है—पुरानी और प्रदूषणकारी गाड़ियों को हटाना और नई BS6 मानक वाली गाड़ियों को बढ़ावा देना।
पुरानी कार स्क्रैप कराने का प्रोसेस क्या है?
अगर आपकी कार 15 से 20 साल पुरानी हो चुकी है (राज्य और वाहन की श्रेणी के अनुसार), तो सबसे पहले उसे किसी अधिकृत फिटनेस टेस्ट सेंटर या RTO में ले जाएं। अगर कार फिटनेस टेस्ट में फेल हो जाती है या आप स्वेच्छा से स्क्रैप कराना चाहते हैं, तो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्क्रैप सेंटर में वाहन जमा करें। स्क्रैपिंग के बाद वहां से Vehicle Scrapping Certificate मिलेगा, जिसे RTO में जमा कराकर वाहन की RC को कैंसल कराया जा सकता है।
Car Scrapping के बाद मिलने वाले फायदे का उपयोग कैसे करें?
एक बार जब आपके पास स्क्रैप सर्टिफिकेट आ जाए, तो इसे नई कार खरीदते समय डीलरशिप पर दिखाकर आपको मिलने वाले लाभों का दावा कर सकते हैं। इसमें रोड टैक्स में छूट, रजिस्ट्रेशन फीस माफ, और कुछ कंपनियों द्वारा अतिरिक्त छूट जैसी सुविधाएं शामिल होती हैं।
भारत में कहां करवा सकते हैं गाड़ी स्क्रैप?
भारत सरकार ने Maruti Suzuki, Tata Motors और Mahindra जैसी कंपनियों को अधिकृत स्क्रैपिंग फैसिलिटी स्थापित करने की अनुमति दी है। इसके अलावा Ministry of Road Transport and Highways की वेबसाइट पर जाकर अपने नजदीकी अधिकृत स्क्रैपिंग सेंटर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रक्रिया अब ज्यादा पारदर्शी और डिजिटल हो गई है, जिससे आम जनता को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।