
अप्रैल 2025 में Bank Holidays की भरमार रहने वाली है, खासकर 10 अप्रैल को महावीर जयंती के कारण देशभर के कई हिस्सों में बैंक बंद रहेंगे। इसके अलावा अप्रैल महीने में अंबेडकर जयंती, बंगाली न्यू ईयर, गुड फ्राइडे और अक्षय तृतीया जैसे कई पर्व भी पड़ रहे हैं, जिनके चलते अलग-अलग राज्यों में बैंकिंग सेवाएं ठप रहेंगी। इस दौरान अगर आप किसी जरूरी काम के लिए बैंक जाने की योजना बना रहे हैं, तो पहले इन छुट्टियों की जानकारी जरूर ले लें।
अगले छह दिनों में पांच दिन बैंकों में बंदी
10 अप्रैल 2025 को महावीर जयंती है, जो जैन समुदाय का सबसे बड़ा पर्व होता है। इस दिन देश के अधिकांश हिस्सों में बैंक बंद रहेंगे। इसके बाद 12 अप्रैल को दूसरा शनिवार और 13 अप्रैल को रविवार होने के कारण लगातार दो दिन अवकाश रहेगा। 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती और दक्षिण भारत में विशु पर्व के कारण बैंकों में फिर से छुट्टी घोषित की गई है। 15 और 16 अप्रैल को बंगाली न्यू ईयर और भोग बिहू जैसे क्षेत्रीय पर्व भी पड़ रहे हैं, जिससे कुछ राज्यों में बैंक सेवाएं बाधित रहेंगी।
इसके अलावा 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे, 21 अप्रैल को गरिया पूजा, 26 अप्रैल को चौथा शनिवार, 29 अप्रैल को परशुराम जयंती और 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया जैसे बड़े पर्व भी शामिल हैं, जिससे पूरे महीने कई दिन बैंक कार्य नहीं हो पाएंगे।
राज्यों के अनुसार अलग-अलग होती हैं Bank Holidays
भारतीय रिजर्व बैंक-RBI की गाइडलाइन के अनुसार, बैंक अवकाश की लिस्ट सभी राज्यों में एक जैसी नहीं होती। हर राज्य में मनाए जाने वाले क्षेत्रीय पर्वों और त्योहारों के आधार पर छुट्टियां तय की जाती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने राज्य की छुट्टियों की लिस्ट को एक बार अवश्य देख लें। इससे आपको बैंक से जुड़े अपने कार्यों की योजना बनाने में मदद मिलेगी।
छुट्टी में भी नहीं रुकेगा डिजिटल बैंकिंग
भले ही अप्रैल में कई दिन बैंक बंद रहेंगे, लेकिन ग्राहकों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। अब बैंकिंग सेवाएं काफी हद तक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर निर्भर हो चुकी हैं। नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और UPI जैसे डिजिटल माध्यमों की मदद से आप छुट्टियों के दौरान भी ट्रांजैक्शन, बैलेंस चेक, फंड ट्रांसफर और अन्य जरूरी कार्य घर बैठे ही कर सकते हैं। खासकर ऐसे समय में जब लगातार कई दिन बैंक बंद हों, डिजिटल बैंकिंग एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरता है।
महावीर जयंती का धार्मिक महत्व
महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्मदिवस के रूप में पूरे देश में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाती है। वर्ष 2025 में यह पर्व 10 अप्रैल को पड़ रहा है। भगवान महावीर का जन्म 599 ईसा पूर्व बिहार के वैशाली जिले के कुंडलपुर नामक स्थान पर हुआ था। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य और ब्रह्मचर्य जैसे जीवनमूल्यों का प्रचार किया।
राजसी जीवन त्यागने के बाद महावीर स्वामी ने 12 वर्षों तक कठोर तपस्या की और फिर कैवल्य ज्ञान प्राप्त कर लिया। इसके बाद उन्होंने अपने उपदेशों से समाज को एक नई दिशा दी और जैन धर्म को संगठित रूप से फैलाया। महावीर जयंती पर देशभर में जैन समुदाय द्वारा शोभायात्राएं, धार्मिक प्रवचन और दान-पुण्य के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।