FD vs Post Office Schemes: पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में मिल रहा 8.2% तक सालाना ब्याज, क्या बैंक एफडी से अच्छी हैं ये स्कीम, देखें

क्या बैंक एफडी से बेहतर हैं पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स? जानें किसमें मिलेगा ज्यादा रिटर्न, पूरी सुरक्षा और टैक्स छूट का फायदा। निवेश के इस गेमचेंजर फैसले को मिस न करें!

By Pankaj Singh
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FD vs Post Office Schemes: पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में मिल रहा 8.2% तक सालाना ब्याज, क्या बैंक एफडी से अच्छी हैं ये स्कीम, देखें

FD vs Post Office Schemes: निवेशक हमेशा ऐसे विकल्प की तलाश में रहते हैं जो सुरक्षित हो और बेहतर रिटर्न प्रदान करे। जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम्स दोनों ही भरोसेमंद विकल्प हैं। वर्तमान में, पोस्ट ऑफिस की कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम्स 8.2% तक का वार्षिक ब्याज प्रदान कर रही हैं, जो बैंक एफडी से अधिक हो सकता है। तो क्या पोस्ट ऑफिस की ये योजनाएं बैंक एफडी से बेहतर हैं? आइए इस पर गहराई से विचार करें।

पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम्स की विशेषताएं

पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स सरकारी गारंटी के साथ आती हैं, जो उन्हें सुरक्षित और लोकप्रिय बनाती हैं। इन योजनाओं की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)

  • ब्याज दर: 7.1% वार्षिक।
  • निवेश सीमा: ₹500 से ₹1.5 लाख प्रति वित्तीय वर्ष।
  • लॉक-इन अवधि: 15 वर्ष।
  • कर लाभ: धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की कर छूट; ब्याज और मैच्योरिटी पर टैक्स फ्री।

मंथली इनकम स्कीम (MIS)

  • ब्याज दर: 7.4% वार्षिक।
  • निवेश सीमा: ₹1,000 से ₹9 लाख (सिंगल) और ₹15 लाख (जॉइंट)।

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)

  • ब्याज दर: 8.2% वार्षिक।
  • निवेश सीमा: ₹1,000 से ₹30 लाख।

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)

  • ब्याज दर: 7.7% वार्षिक (सालाना कंपाउंडेड)।
  • लॉक-इन अवधि: 5 वर्ष।
  • कर लाभ: धारा 80C के तहत छूट; ब्याज पर कर देय।

किसान विकास पत्र (KVP)

  • ब्याज दर: 7.5% वार्षिक।
  • विशेषता: निवेश की गई राशि 115 महीनों में दोगुनी हो जाती है।

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

  • ब्याज दर: 8.2% वार्षिक।
  • निवेश सीमा: ₹250 से ₹1.5 लाख प्रति वित्तीय वर्ष।
  • कर लाभ: निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी पर पूर्ण कर छूट।

बैंक एफडी बनाम पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम्स: तुलना

1. ब्याज दर

  • बैंक एफडी: 7% से 7.5% तक।
  • पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: 8% से अधिक तक, कुछ योजनाओं में।

2. कर लाभ

  • बैंक एफडी: केवल 5 साल की टैक्स-सेविंग एफडी पर धारा 80C के तहत छूट।
  • पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: PPF और SSY पर ब्याज और मैच्योरिटी टैक्स फ्री; अन्य योजनाओं पर आंशिक कर लाभ।

3. सुरक्षा

  • बैंक एफडी: ₹5 लाख तक DICGC इंश्योरेंस।
  • पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: सरकारी गारंटी।

4. लिक्विडिटी और लॉक-इन पीरियड

  • बैंक एफडी: लचीली अवधि, लेकिन टैक्स-सेविंग एफडी के लिए 5 साल का लॉक-इन।
  • पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: लंबा लॉक-इन (जैसे PPF में 15 वर्ष)।

5. निवेश सीमा

  • बैंक एफडी: कोई ऊपरी सीमा नहीं।
  • पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: PPF और SSY जैसी योजनाओं में वार्षिक निवेश सीमा।

(FAQs)

1. क्या पोस्ट ऑफिस स्कीम्स पर ब्याज टैक्सेबल है?
कुछ योजनाओं, जैसे PPF और SSY, पर ब्याज और मैच्योरिटी टैक्स फ्री है। अन्य योजनाओं, जैसे NSC, पर ब्याज टैक्सेबल हो सकता है।

2. बैंक एफडी और पोस्ट ऑफिस स्कीम्स में कौन अधिक सुरक्षित है?
दोनों विकल्प सुरक्षित हैं। बैंक एफडी ₹5 लाख तक DICGC द्वारा सुरक्षित है, जबकि पोस्ट ऑफिस स्कीम्स को सरकार की गारंटी प्राप्त है।

3. क्या पोस्ट ऑफिस स्कीम्स में लचीलापन है?
कुछ योजनाओं में लंबा लॉक-इन होता है, जैसे PPF में 15 वर्ष। हालांकि, अन्य योजनाओं में निवेश और अवधि के हिसाब से विकल्प मौजूद हैं।

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Pankaj Singh

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