
वित्तीय सुरक्षा और भविष्य की बड़ी जरूरतों के लिए एक सटीक योजना बनाना बेहद जरूरी हो गया है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस की तीन शानदार योजनाएं—मंथली इनकम स्कीम (MIS), आवर्ती जमा (RD) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)—एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरती हैं। इन योजनाओं का सही संयोजन अपनाकर कोई भी ₹50 लाख या उससे अधिक का भविष्य निधि (Future Fund) बना सकता है। आइए जानते हैं कैसे।
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पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS)
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) एक सुरक्षित और स्थिर आय देने वाला साधन है। इसमें एकल खाते में अधिकतम ₹9 लाख तक निवेश किया जा सकता है, जिस पर 7.4% सालाना ब्याज दर लागू है। इस योजना के तहत निवेशक को मासिक ₹5,550 तक की निश्चित आय प्राप्त होती है। योजना की अवधि 5 साल है और मैच्योरिटी पर निवेशक को ₹9 लाख मूलधन के साथ करीब ₹3.33 लाख का अतिरिक्त ब्याज भी प्राप्त होता है, जो कुल ₹12.33 लाख बनता है।
आवर्ती जमा (RD)
पोस्ट ऑफिस आवर्ती जमा (RD) योजना उन लोगों के लिए आदर्श है जो हर महीने एक छोटी राशि बचाकर बड़ा फंड तैयार करना चाहते हैं। इसमें ₹10,000 मासिक निवेश करने पर 6.7% सालाना ब्याज दर मिलती है, जो तिमाही चक्रवृद्धि होती है। 5 वर्षों में ₹6 लाख की कुल जमा राशि पर लगभग ₹1.05 लाख का ब्याज मिलता है, जिससे मैच्योरिटी पर कुल राशि लगभग ₹7.05 लाख हो जाती है। यह योजना स्थिर और सुनिश्चित विकास की गारंटी देती है।
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF)
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) को भारत में सबसे सुरक्षित और कर-मुक्त निवेश विकल्पों में गिना जाता है। इसमें सालाना ₹1.5 लाख तक निवेश किया जा सकता है, जिस पर वर्तमान में 7.1% सालाना ब्याज दर मिलती है। योजना की कुल अवधि 15 साल है, जिसमें निवेशकों को ₹22.5 लाख के कुल निवेश पर लगभग ₹18.18 लाख का ब्याज प्राप्त होता है। इस प्रकार मैच्योरिटी पर कुल फंड ₹40.68 लाख तक पहुँच जाता है, जो दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों के लिए आदर्श है।
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भविष्य निधि बनाने की रणनीति
पहले पांच वर्षों तक MIS, RD और PPF में एक साथ निवेश करके एक मजबूत आधार तैयार किया जाता है। MIS से मिलने वाली मासिक आय को RD या अन्य निवेश में फिर से लगाया जा सकता है, जिससे धन संचय तेज होता है। पांच वर्षों के बाद MIS और RD की परिपक्व राशि को पुनर्निवेश करने या PPF में अतिरिक्त योगदान बढ़ाने से अगले दस वर्षों में फंड को कई गुना बढ़ाया जा सकता है।
इस संयोजन के कुल लाभ
MIS से ₹12.33 लाख, RD से ₹7.05 लाख और PPF से ₹40.68 लाख की परिपक्वता राशि मिलती है। कुल मिलाकर लगभग ₹60.06 लाख का फंड तैयार होता है। पोस्ट ऑफिस योजनाओं की सबसे बड़ी खूबी है कि ये सरकारी गारंटी के तहत आती हैं, जिससे निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। साथ ही, PPF में निवेश करने पर आयकर धारा 80C के तहत कर छूट भी मिलती है और ब्याज पूरी तरह कर-मुक्त होता है।
(FAQs)
प्रश्न 1: क्या MIS, RD और PPF में एक साथ निवेश करना सुरक्षित है?
हाँ, ये सभी योजनाएँ भारतीय सरकार द्वारा समर्थित हैं और पूरी तरह सुरक्षित मानी जाती हैं।
प्रश्न 2: MIS से मिलने वाली मासिक आय का सबसे अच्छा उपयोग क्या हो सकता है?
MIS से प्राप्त मासिक आय को RD में पुनर्निवेश करना या SIP के माध्यम से Mutual Funds में लगाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
प्रश्न 3: क्या PPF में 15 साल के बाद भी निवेश जारी रखा जा सकता है?
हाँ, 15 वर्षों के बाद PPF को 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है।
प्रश्न 4: अगर RD की किश्त समय पर नहीं जमा हुई तो क्या होगा?
समय पर किस्त न भरने पर मामूली जुर्माना लगाया जाता है, लेकिन योजना में निवेश जारी रहता है।
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