
जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत इलाके पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद हर भारतवासी के दिल में आक्रोश है और पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से की लहर दौड़ पड़ी है। इसी माहौल में एक बार फिर चर्चा का केंद्र बनी हैं सीमा हैदर, जो बिना वीजा के नेपाल के रास्ते भारत आई थीं और फिलहाल नोएडा के रबूपुरा इलाके में रह रही हैं। सीमा हैदर को लेकर लोगों की भावनाएं बदलती दिख रही हैं और अब उनके भारत में रहने पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
पहलगाम हमले के बाद सीमा हैदर की चुप्पी पर उठे सवाल
पहलगाम में निर्दोष नागरिकों पर हुए हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। टीवी9 भारतवर्ष की टीम जब रबूपुरा गांव पहुंची, तो वहां के स्थानीय लोगों ने सीमा हैदर के व्यवहार पर नाराजगी जताई। लोगों ने कहा कि जब भी भारत में कोई खुशी का मौका होता था, जैसे 26 जनवरी, 15 अगस्त या कोई क्रिकेट मैच, सीमा सोशल मीडिया पर भारत के समर्थन में वीडियो डालती थी। लेकिन इस बार, जब पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, तो सीमा ने चुप्पी साध ली। इस चुप्पी ने लोगों के मन में शक पैदा कर दिया है कि आखिर सीमा क्यों पाकिस्तान के खिलाफ कुछ नहीं बोल रही हैं।
स्थानीय लोगों की मांग: सीमा हैदर को भी वापस भेजा जाए
रबूपुरा के स्थानीय निवासियों ने साफ तौर पर कहा कि अब भारत में किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को रहने की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। जब वीजा लेकर आए पाकिस्तानी नागरिकों को भी एक हफ्ते के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है, तो बिना वीजा के भारत आई सीमा हैदर को क्यों छोड़ा जाए? ग्रामीणों ने यह भी कहा कि चाहे सीमा ने भारत में शादी कर ली हो और अब वह एक बच्चे की मां बन चुकी हो, फिर भी दुश्मन देश की नागरिक होने के नाते उसे वापस भेजना जरूरी है।
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह का बयान
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि सीमा इस समय अस्पताल में भर्ती हैं और उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। वकील ने कहा कि सीमा पहलगाम हमले से बेहद दुखी हैं और पूरी तरह से भारत के साथ खड़ी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीमा ने पाकिस्तान छोड़कर नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश किया था और सचिन मीणा से हिंदू रीति-रिवाजों के साथ विवाह किया था। हाल ही में सीमा ने एक बेटी को जन्म भी दिया है। वकील ने भरोसा दिलाया कि सीमा का दिल अब भारत के लिए धड़कता है।
सीमा हैदर पर बढ़ती मुश्किलें
हालांकि वकील का बयान आने के बाद भी स्थानीय जनता के गुस्से में कोई कमी नहीं आई है। लोगों का मानना है कि जो महिला हर मौके पर भारत के साथ खड़ी दिखती थी, वह अब पाकिस्तान के आतंकी हमले पर क्यों चुप है? यह सवाल सीमा हैदर के इरादों पर संदेह पैदा कर रहा है। देशभक्ति के भावनात्मक माहौल में अब सीमा का भारत में रहना पहले जैसा आसान नहीं रह गया है।