Post Office Saving Account vs SBI Saving Account: किसमें है ज्यादा फायदा?

क्या आप भी सेविंग अकाउंट खोलने की सोच रहे हैं? पोस्ट ऑफिस 4% ब्याज तो SBI दे रहा है हाईटेक डिजिटल बैंकिंग! जानिए किस खाते में है ज्यादा रिटर्न और कम जोखिम – ताकि आपका पैसा दे सबसे ज्यादा फायदा। तुलना पढ़ें और समझदारी से फैसला लें।

By Pankaj Singh
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जब बात सुरक्षित और भरोसेमंद बचत की आती है, तो पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट (Post Office Saving Account) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का सेविंग अकाउंट (SBI Saving Account) दो प्रमुख विकल्पों के रूप में सामने आते हैं। दोनों ही अकाउंट्स सरकार समर्थित हैं और देशभर में करोड़ों लोग इनमें अपनी बचत रखते हैं। लेकिन सवाल यह है – किस अकाउंट में निवेश करने पर ज्यादा फायदा मिलता है?

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ब्याज दरों में कौन है आगे?

पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट वर्तमान में 4% वार्षिक ब्याज प्रदान करता है, जो तिमाही आधार पर आपकी जमा राशि पर कैलकुलेट किया जाता है। इसके विपरीत, SBI अपने सामान्य सेविंग अकाउंट पर 2.70% से 3% तक ब्याज देता है, जो खाते में जमा राशि पर निर्भर करता है। यानी अगर केवल ब्याज दर को आधार माना जाए, तो पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट आपको बेहतर रिटर्न देने का वादा करता है।

न्यूनतम बैलेंस की शर्तों में कौन सरल?

SBI में ज्यादातर सेविंग अकाउंट्स में न्यूनतम बैलेंस की कोई शर्त नहीं होती, खासकर जनधन और डिजिटल सेविंग अकाउंट्स में। वहीं पोस्ट ऑफिस अकाउंट में आपको ₹50 का न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होता है, और अगर आप चेकबुक सुविधा लेना चाहते हैं, तो ₹500 की न्यूनतम राशि बनाए रखनी होती है। इस मामले में दोनों खाते सरल और ग्राहकों की पहुंच में हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस में नियम थोड़े पुराने ढंग के हैं।

सुविधाओं और डिजिटल एक्सेस में कौन आगे?

SBI बैंकिंग सेवाओं के डिजिटल फ्रंट पर काफी मजबूत है। नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, UPI, ATM कार्ड, चेकबुक – ये सभी सुविधाएं सहज और तेज हैं। दूसरी तरफ, पोस्ट ऑफिस भी धीरे-धीरे डिजिटल प्लेटफॉर्म की तरफ बढ़ रहा है लेकिन अब भी कई शाखाएं पुरानी प्रणाली पर आधारित हैं, जहां प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो सकती है। अगर आप तकनीक में सहज हैं तो SBI आपके लिए ज्यादा सुविधाजनक साबित हो सकता है।

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टैक्स और TDS के नियम

दोनों सेविंग अकाउंट्स पर मिलने वाला ब्याज इनकम टैक्स के अंतर्गत आता है। ₹10,000 तक की ब्याज आय पर आपको धारा 80TTA के तहत टैक्स में छूट मिलती है। फर्क यह है कि पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट पर TDS नहीं काटा जाता, जबकि SBI जैसे बैंकों में बैंक की नीति और राशि के अनुसार TDS कट सकता है।

सुरक्षा और सरकार की गारंटी

दोनों सेविंग अकाउंट्स सरकार द्वारा समर्थित हैं। पोस्ट ऑफिस खातों पर केंद्र सरकार की सीधी निगरानी होती है, जबकि SBI भी एक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है और इस पर सरकार की गारंटी है। इसलिए दोनों की सुरक्षा बराबर मानी जा सकती है, लेकिन पोस्ट ऑफिस की छवि लंबे समय से अधिक पारंपरिक और सुरक्षित मानी जाती है।

(FAQs)

प्र. पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट और SBI सेविंग अकाउंट में कौन ज्यादा ब्याज देता है?
पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट 4% वार्षिक ब्याज देता है जबकि SBI 2.70% से 3% तक, यानी पोस्ट ऑफिस इस मामले में आगे है।

प्र. क्या दोनों अकाउंट्स पर सरकार की गारंटी होती है?
हां, दोनों खाते सरकार समर्थित हैं और आपकी बचत सुरक्षित मानी जाती है।

प्र. पोस्ट ऑफिस अकाउंट डिजिटल है या नहीं?
पोस्ट ऑफिस में डिजिटल सेवाएं शुरू हो चुकी हैं लेकिन अभी भी SBI के मुकाबले थोड़ी सीमित हैं।

प्र. दोनों में से किस अकाउंट में ट्रांजैक्शन सुविधाएं बेहतर हैं?
SBI का डिजिटल नेटवर्क और ATM सुविधा ज्यादा मजबूत और व्यापक है।

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