Indian Army का ऐसा स्कूल यहाँ के बच्चे पढ़कर बनते हैं सेना के अफसर, जानिए कैसे होता है एडमिशन

राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) ने NDA परीक्षा 2024 में रिकॉर्ड सफलता हासिल की है। 28 छात्रों का चयन और ऑल इंडिया रैंक 1 सहित कई टॉप रैंक इस संस्थान की गुणवत्ता का प्रमाण हैं। इसकी सैन्य शिक्षा, अनुशासन और नेतृत्व प्रशिक्षण इसे विशेष बनाते हैं। योग्य छात्र यहां दाखिला लेकर भारतीय सेना में अफसर बनने की दिशा में एक मजबूत कदम रख सकते हैं।

By Pankaj Singh
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Indian Army का ऐसा स्कूल यहाँ के बच्चे पढ़कर बनते हैं सेना के अफसर, जानिए कैसे होता है एडमिशन
Indian Army RIMC

Indian Army RIMC यानी राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज एक ऐसा प्रतिष्ठित संस्थान है, जिसे भारतीय सेना के भविष्य के लीडर्स की नर्सरी माना जाता है। हाल ही में RIMC के छात्रों ने NDA/नेवी अकादमी (I) 2024 परीक्षा में जबरदस्त सफलता दर्ज की है। इस बार संस्थान के 28 छात्रों ने परीक्षा में चयन प्राप्त किया है, जो कि बीते 15 वर्षों की सबसे बड़ी उपलब्धि है। इनमें से पश्चिम बंगाल के एमन घोष ने ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल करके संस्थान और अपने राज्य दोनों का नाम रोशन किया है।

RIMC का इतिहास और योगदान

RIMC की स्थापना वर्ष 1922 में ‘प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल इंडियन मिलिट्री कॉलेज’ के रूप में की गई थी। यह संस्थान आज रक्षा मंत्रालय के अधीन ‘कैटेगरी ए’ इंटर-सर्विस संस्थान के रूप में कार्य कर रहा है। यहां 11 से 18 वर्ष के छात्रों को एक विशेष चयन परीक्षा के माध्यम से दाखिला दिया जाता है। आरआईएमसी का उद्देश्य युवाओं को प्रारंभिक सैन्य शिक्षा और अनुशासन के साथ इस तरह प्रशिक्षित करना है कि वे सेना और नागरिक सेवाओं में उल्लेखनीय भूमिका निभा सकें।

इस संस्थान के पूर्व छात्र न केवल भारतीय सेना के चार प्रमुखों और वायुसेना के दो प्रमुखों में शामिल हैं, बल्कि पाकिस्तान के भी कई शीर्ष सैन्य अधिकारी इसी संस्थान से निकले हैं। इसके अतिरिक्त, कई पूर्व छात्र राज्यपाल, मंत्री, राजदूत और सीनियर सिविल सर्वेन्ट्स के रूप में देश सेवा कर रहे हैं।

2024 की ऐतिहासिक सफलता

लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव के अनुसार इस वर्ष NDA/NA परीक्षा में RIMC से 38 छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 28 का चयन हुआ है। यह संख्या पिछले 15 वर्षों में सबसे अधिक है। विशेष बात यह है कि एमन घोष के अलावा चार अन्य छात्रों ने भी ऑल इंडिया टॉप 20 में स्थान प्राप्त किया है—कार्तिक पंत (AIR 5, उत्तराखंड), ब्रह्म स्वरूप दास (AIR 14), श्रवण अग्रवाल (AIR 15) और आदित्य राज (AIR 17)। इस कामयाबी का श्रेय RIMC के कमांडेंट कर्नल राहुल अग्रवाल और ARTRAC की निगरानी और मार्गदर्शन को दिया जा रहा है।

RIMC में दाखिला कैसे लें

राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज, देहरादून में साल में दो बार प्रवेश होता है—एक बार जनवरी सत्र और दूसरी बार जुलाई सत्र में। हर छह महीने में लगभग 25 छात्रों का चयन किया जाता है। यह चयन एक कठिन ऑल इंडिया कॉम्पिटिटिव एग्जाम के जरिए होता है।

उम्मीदवार की आयु उस सत्र की शुरुआत तक 11 से 13 वर्ष के बीच होनी चाहिए और वह कक्षा सात में अध्ययनरत हो या पास किया हुआ हो। एडमिशन केवल कक्षा आठ में होता है। यह सुनिश्चित करता है कि चयनित छात्रों को एक परिपक्व लेकिन प्रारंभिक स्तर पर सैन्य अनुशासन में ढाला जा सके।

एप्लिकेशन प्रोसेस और एग्जाम पैटर्न

RIMC के आवेदन फॉर्म संबंधित राज्य सरकारों को जमा करने होते हैं। राज्यों की ओर से प्राथमिक छंटनी के बाद चयनित छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है।

चयन प्रक्रिया दो चरणों में होती है। पहले चरण में लिखित परीक्षा होती है, जिसमें अंग्रेज़ी (125 अंक), गणित (200 अंक) और सामान्य ज्ञान (75 अंक) विषय होते हैं—कुल 400 अंकों की परीक्षा। इसके बाद सफल उम्मीदवारों का इंटरव्यू होता है, जो 50 अंकों का होता है। अंतिम चयन लिखित और मौखिक दोनों परीक्षाओं के संयुक्त अंकों के आधार पर होता है।

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Pankaj Singh

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