Fighter Pilot बनना है सपना? 12वीं के बाद करनी होगी ये खास पढ़ाई – जानें पूरी जानकारी

फाइटर पायलट बनना हर युवा का सपना होता है, जो देश के लिए कुछ अलग करना चाहता है। इस लेख में बताया गया है कि कैसे 12वीं के बाद या ग्रेजुएशन के जरिए इस करियर में कदम रखा जा सकता है। NDA और AFCAT जैसी परीक्षाएं, ट्रेनिंग, सैलरी, और जरूरी योग्यताओं के साथ यह मार्गदर्शन आपको सही दिशा देगा।

By Pankaj Singh
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Fighter Pilot बनना है सपना? 12वीं के बाद करनी होगी ये खास पढ़ाई – जानें पूरी जानकारी
Fighter Pilot

फाइटर पायलट बनने का सपना कई युवा दिलों में होता है। हवा में दुश्मन से लड़ना, देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाना—ये कोई आम करियर नहीं है। यह जुनून, समर्पण और देश प्रेम से भरा हुआ एक विशेष रास्ता है। फाइटर पायलट का करियर न केवल सम्मानजनक है, बल्कि इसमें रोमांच, गौरव और अच्छी सैलरी भी मिलती है। अगर आप भी इस अद्भुत सफर का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो आपको जानना होगा कि फाइटर पायलट बनने के लिए किन योग्यताओं, परीक्षाओं और प्रयासों की ज़रूरत होती है।

पायलट के विभिन्न प्रकार

पायलट बनना कई युवाओं का सपना होता है, लेकिन ये जानना ज़रूरी है कि पायलट भी कई प्रकार के होते हैं। सबसे खास होता है फाइटर पायलट, जो युद्धक विमानों को उड़ाता है और देश की हवाई सीमाओं की रक्षा करता है। इसके अलावा, कमर्शियल पायलट यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते हैं, जबकि कार्गो पायलट माल और सामान का परिवहन करते हैं। पर अगर आप देश सेवा के जुनून से भरे हैं, तो फाइटर पायलट की राह आपके लिए सबसे सही है।

फाइटर पायलट बनने की प्रक्रिया

फाइटर पायलट बनने के लिए सबसे पहला कदम 12वीं की पढ़ाई होती है, जिसमें Physics, Chemistry और Maths यानी PCM विषय होने चाहिए। इसके बाद दो रास्ते हैं:

पहला रास्ता है एनडीए (NDA) की परीक्षा, जिसे UPSC आयोजित करता है। 12वीं के बाद एनडीए पास कर आप इंडियन एयर फोर्स की ट्रेनिंग में शामिल हो सकते हैं। दूसरा रास्ता है Air Force Common Admission Test (AFCAT), जिसे ग्रेजुएट छात्र दे सकते हैं। यह परीक्षा साल में दो बार होती है और इसमें चयन होने पर फ्लाइंग ब्रांच में शामिल होने का मौका मिलता है।

फिजिकल और मेंटल टेस्ट

सिर्फ परीक्षा पास करना ही काफी नहीं है। फाइटर पायलट बनने के लिए आपको मेडिकल टेस्ट, फिजिकल फिटनेस और मानसिक दक्षता से भी गुजरना पड़ता है। एयर फोर्स की चयन प्रक्रिया में SSB इंटरव्यू, साइकोलॉजिकल टेस्ट, ग्रुप टास्क और पर्सनल इंटरव्यू शामिल होते हैं। इसके बाद मेडिकल टेस्ट होता है जिसमें आपकी नजर, हाइट, वेट और फिटनेस का मूल्यांकन किया जाता है।

कौन बन सकता है फाइटर पायलट?

इस करियर में आने के लिए न्यूनतम योग्यता 12वीं (PCM और English) है। उम्र सीमा 19 से 23 वर्ष के बीच होनी चाहिए। AFCAT के जरिए ग्रेजुएट भी इस राह को अपना सकते हैं, बशर्ते उन्होंने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया हो।

सैलरी और लाभ

एक फाइटर पायलट की सैलरी उनकी रैंक, अनुभव और तैनाती के स्थान पर निर्भर करती है। प्रारंभिक चरण में एक फाइटर पायलट को ₹56,100 से ₹1,10,700 प्रति माह तक की सैलरी मिल सकती है। इसके अलावा, फ्लाइंग अलाउंस, यूनिफॉर्म अलाउंस, रिस्क अलाउंस और कई अन्य लाभ भी मिलते हैं। अनुभव बढ़ने के साथ सैलरी भी बढ़ती जाती है और पेंशन की सुविधा भी मिलती है।

जज़्बा चाहिए

फाइटर पायलट बनने का सफर आसान नहीं होता। इसके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना ज़रूरी है, लेकिन उससे भी ज्यादा ज़रूरी है देशभक्ति का जज़्बा। यह पेशा सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि राष्ट्र सेवा का संकल्प है। जो युवा इस रास्ते पर चलना चाहते हैं, उन्हें खुद को पूरी तरह इस मिशन के लिए समर्पित करना होगा।

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Pankaj Singh

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