क्या बैंक में पैसा जमा करने के लिए PAN कार्ड जरूरी है? जानिए इससे जुड़े सभी नियम और शर्तें

अगर आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में ₹50,000 से ज्यादा की नकद राशि जमा या निकालते हैं, तो पैन कार्ड दिखाना अनिवार्य है। एक साल में ₹10 लाख से ज्यादा की ट्रांजेक्शन पर इनकम टैक्स विभाग नोटिस भेज सकता है। सेविंग्स और करंट अकाउंट खोलने के लिए भी पैन कार्ड जरूरी है। पैन कार्ड न होने पर ट्रांजेक्शन से पहले आवेदन करना चाहिए।

By Pankaj Singh
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क्या बैंक में पैसा जमा करने के लिए PAN कार्ड जरूरी है? जानिए इससे जुड़े सभी नियम और शर्तें
Rules for transactions related to PAN card

आज के समय में बैंक अकाउंट हर व्यक्ति की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे वह सैलरी अकाउंट हो, सेविंग्स अकाउंट या करंट अकाउंट—हर किसी का किसी न किसी बैंक में खाता जरूर होता है। इन खातों के जरिए लोग कैश जमा (Cash Deposit) और कैश निकासी (Cash Withdrawal) करते हैं। लेकिन एक अहम सवाल जो बहुतों के मन में आता है, वह यह है कि क्या इन लेन-देन के लिए पैन कार्ड-PAN Card की जरूरत होती है या नहीं? इस लेख में हम इसी सवाल का जवाब विस्तार से देंगे।

पैन कार्ड क्या है और क्यों है जरूरी?

पैन कार्ड-Permanent Account Number (PAN) एक 10 अंकों का अल्फान्यूमेरिक डॉक्यूमेंट होता है, जिसे इनकम टैक्स विभाग जारी करता है। इसका मुख्य उद्देश्य वित्तीय लेन-देन पर नजर रखना और टैक्स संबंधी पारदर्शिता बनाए रखना है। बैंकिंग सेक्टर में भी इसका उपयोग व्यापक रूप से होता है, लेकिन जरूरी नहीं कि हर लेन-देन के लिए पैन कार्ड दिखाना अनिवार्य हो। कुछ विशेष स्थितियों में इसकी जरूरत होती है, जिन्हें समझना बहुत जरूरी है।

कैश डिपॉजिट के लिए कब अनिवार्य होता है पैन कार्ड?

अगर आप एक दिन में ₹50,000 से ज्यादा कैश बैंक में जमा करते हैं, तो उस स्थिति में आपको पैन कार्ड अनिवार्य रूप से दिखाना होता है। यह नियम केवल बैंकों तक सीमित नहीं है, बल्कि पोस्ट ऑफिस और कोऑपरेटिव सोसाइटी जैसी संस्थाओं पर भी लागू होता है।

सिर्फ एक दिन की लिमिट ही नहीं, यदि आप एक वित्तीय वर्ष में ₹20 लाख से अधिक की कैश डिपॉजिट करते हैं, तब भी पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। इस नियम का उद्देश्य संदिग्ध या बड़े लेन-देन पर नजर रखना है।

कैश निकासी पर क्या हैं पैन कार्ड के नियम?

बैंक से कैश निकालने की स्थिति में भी कुछ सीमाएं तय की गई हैं। यदि आप एक दिन में ₹50,000 से ज्यादा की राशि निकालते हैं, तो बैंक आपसे पैन कार्ड की डिमांड कर सकता है। इसके अलावा, सेक्शन 269ST के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक दिन में ₹2 लाख से ज्यादा कैश नहीं निकाल सकता।

सेविंग्स और करंट अकाउंट के लिए अलग-अलग लिमिट

  • सेविंग्स अकाउंट में एक वित्तीय वर्ष में ₹10 लाख की डिपॉजिट लिमिट होती है।
  • करंट अकाउंट में यह लिमिट बढ़कर ₹50 लाख हो जाती है।
    यदि कोई व्यक्ति इन लिमिट्स को पार करता है, तो बैंक इनकम टैक्स विभाग को ट्रांजेक्शन की जानकारी देता है, जिसे SFT (Statement of Financial Transactions) कहा जाता है।

इनकम टैक्स का नोटिस मिलना क्या दर्शाता है?

अगर आप एक साल में ₹10 लाख से ज्यादा की नकद राशि जमा करते हैं, तो आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से नोटिस मिल सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप पर तुरंत टैक्स लग जाएगा, बल्कि यह सिर्फ एक सूचना होती है जिससे आपको अपनी इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने की आवश्यकता याद दिलाई जाती है।

अगर पैन कार्ड नहीं है तो क्या करें?

यदि आपके पास पैन कार्ड नहीं है, लेकिन आप किसी बड़े बैंकिंग ट्रांजेक्शन की योजना बना रहे हैं, तो आपको ट्रांजेक्शन की डेट से कम से कम 7 दिन पहले पैन कार्ड के लिए आवेदन कर देना चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि आप नियमों का पालन करें और किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें।

बैंक अकाउंट खोलने के लिए भी जरूरी है पैन कार्ड

केवल कैश जमा और निकासी ही नहीं, बैंक में सेविंग्स या करंट अकाउंट खोलने के लिए भी पैन कार्ड अनिवार्य होता है। यह केवाईसी प्रक्रिया का अहम हिस्सा होता है और इसके बिना कोई भी बैंक खाता नहीं खुल सकता।

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Pankaj Singh

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