
पीपीएफ-PPF अकाउंट एक सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाली योजना है, जिसे आप ऑनलाइन खोल सकते हैं। अगर आप लंबे समय के लिए टैक्स-फ्री और भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट चाहते हैं, तो Public Provident Fund (PPF) एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इस योजना में निवेश न सिर्फ आपके पैसे को सुरक्षित रखता है, बल्कि यह इनकम टैक्स में बचत और सुनिश्चित रिटर्न भी देता है। आजकल आप घर बैठे भी PPF अकाउंट खोल सकते हैं, बशर्ते आपका खाता किसी योग्य बैंक में हो।
PPF अकाउंट क्या है और इसकी विशेषताएं
Public Provident Fund यानी पीपीएफ एक सरकारी निवेश योजना है जिसमें 15 साल की लॉक-इन अवधि होती है। इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें निवेश, ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट – तीनों टैक्स फ्री होते हैं। यह योजना खासकर उन निवेशकों के लिए है जो सुरक्षित और बिना जोखिम के रिटर्न चाहते हैं। पीपीएफ की ब्याज दर सरकार द्वारा हर तिमाही में तय की जाती है और कंपाउंडिंग के आधार पर ब्याज जोड़ा जाता है।
कौन खोल सकता है PPF अकाउंट? पात्रता की जानकारी
PPF अकाउंट खोलने के लिए आप एक भारतीय नागरिक होना जरूरी है। वयस्क व्यक्ति स्वयं के नाम पर खाता खोल सकते हैं, जबकि नाबालिग के लिए उसके माता-पिता या अभिभावक खाता खोल सकते हैं। एनआरआई-NRI (Non-Resident Indians) के लिए नए पीपीएफ खाते खोलने की अनुमति नहीं है, लेकिन यदि उन्होंने पहले खाता खोला था, तो उसे परिपक्वता तक जारी रखा जा सकता है।
PPF अकाउंट में निवेश की प्रक्रिया और सीमा
आप पीपीएफ अकाउंट में सालाना ₹500 से लेकर अधिकतम ₹1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। यह राशि एकमुश्त या कई किस्तों में जमा की जा सकती है। निवेश की यह सीमा आयकर की धारा 80C के अंतर्गत टैक्स छूट के योग्य होती है। यानी आप इस स्कीम के माध्यम से न केवल बचत करते हैं, बल्कि टैक्स में भी छूट पा सकते हैं।
ब्याज दर और टैक्स लाभ
वर्तमान में पीपीएफ पर 7.1% सालाना ब्याज मिल रहा है (2024-25 के लिए)। यह ब्याज कंपाउंडिंग के आधार पर सालाना जोड़ा जाता है। इसकी सबसे बड़ी बात यह है कि ब्याज पूरी तरह टैक्स फ्री होता है। इसका मतलब यह हुआ कि जो ब्याज आप कमाते हैं, उस पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगता।
घर बैठे ऑनलाइन PPF अकाउंट कैसे खोलें? पूरी प्रक्रिया जानें
अगर आपका खाता SBI, HDFC, ICICI, या बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे प्रमुख बैंकों में है, तो आप बहुत ही आसानी से PPF अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको अपने बैंक की नेटबैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग में लॉगिन करना होगा। फिर ‘इनवेस्टमेंट’ या ‘सर्विसेज’ सेक्शन में जाकर PPF अकाउंट खोलने का विकल्प चुनना होगा। यहां आपसे कुछ बेसिक डिटेल्स जैसे नाम, नॉमिनी की जानकारी और डॉक्यूमेंट्स मांगे जाएंगे।
आवश्यक पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड की स्कैन कॉपी अपलोड करें। इसके बाद ₹500 की न्यूनतम राशि जमा कर अपना अकाउंट शुरू कर सकते हैं। पूरी प्रक्रिया डिजिटल है, और अंत में आपको कन्फर्मेशन मिल जाएगा।
मैच्योरिटी, आंशिक निकासी और लोन की सुविधा
पीपीएफ में निवेश की अवधि 15 साल की होती है, जिसे आप 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ा सकते हैं। 15 साल पूरे होने पर आप पूरी राशि निकाल सकते हैं। इसके अलावा, खाता खोलने के 7वें साल के बाद आंशिक निकासी और तीसरे साल के बाद लोन लेने की सुविधा भी उपलब्ध है। इस तरह यह योजना निवेश के साथ-साथ इमरजेंसी फंड के तौर पर भी काम आ सकती है।
पीपीएफ निवेश के प्रमुख लाभ
Public Provident Fund एक सरकारी गारंटी वाली योजना है, जिससे यह जोखिम से मुक्त और सुरक्षित निवेश विकल्प बन जाता है। इसमें न सिर्फ टैक्स छूट मिलती है, बल्कि ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट भी टैक्स फ्री होते हैं। साथ ही जरूरत पड़ने पर इस पर लोन लेना भी संभव है, जिससे यह योजना काफी लचीली और उपयोगी बन जाती है।