पोस्ट ऑफिस, जिसे भारतीय डाकघर के नाम से जाना जाता है, ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक विशेष योजना शुरू की है। इसे महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट (MSSC) के नाम से जाना जाता है। यह योजना 2023 के केंद्रीय बजट में घोषित की गई थी और महिलाओं के लिए सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न देने वाले निवेश विकल्प के रूप में उभरी है।
सरकार दे रही है 7.5% का ब्याज
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना पर सरकार 7.5% की आकर्षक ब्याज दर प्रदान कर रही है। इस योजना के तहत महिलाएं केवल दो साल की अवधि के लिए निवेश करके बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकती हैं। MSSC योजना एक सुरक्षित विकल्प है, जहां बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता। यह गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है, जिससे महिलाओं को बिना किसी जोखिम के धन वृद्धि का अवसर मिलता है।
निवेश की अवधि और टैक्स में छूट
इस योजना में निवेश के लिए महिला का भारतीय निवासी होना अनिवार्य है। योजना में अधिकतम निवेश अवधि 2 साल है। इसके अतिरिक्त, इस योजना में निवेश के साथ-साथ मिलने वाले ब्याज पर कर राहत का भी लाभ मिलता है। यह इसे न केवल लाभकारी बल्कि कर बचत का एक प्रभावी साधन बनाता है।
नाबालिग लड़कियों के लिए भी अकाउंट
MSSC योजना महिलाओं के साथ-साथ लड़कियों के लिए भी उपलब्ध है। 10 वर्ष से कम उम्र की लड़की के नाम से खाता खोला जा सकता है, जिसका संचालन उसके माता-पिता या अभिभावक करेंगे। यह सुविधा खास तौर पर लड़कियों के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।
1000 रुपये से शुरू करें निवेश
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना में खाता खोलने के लिए न्यूनतम निवेश राशि केवल 1000 रुपये है। अधिकतम निवेश सीमा 2 लाख रुपये है। उदाहरण के तौर पर, यदि कोई महिला 1,90,000 रुपये का निवेश करती है, तो उसे 7.5% की ब्याज दर पर 2 साल के बाद कुल 2,20,442 रुपये का रिटर्न प्राप्त होगा।
(FAQs)
1. क्या महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट योजना में कोई जोखिम है?
नहीं, यह पूरी तरह सुरक्षित योजना है क्योंकि इसे भारतीय डाकघर द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
2. इस योजना में निवेश के लिए आयु सीमा क्या है?
यह योजना महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के लिए उपलब्ध है।
3. क्या इस योजना में टैक्स लाभ मिलता है?
हां, इसमें निवेश और ब्याज पर कर छूट का लाभ मिलता है।