
Mahavir Jayanti School Holiday 2025 हर साल चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है। इस बार यह पर्व 10 अप्रैल 2025 को पड़ रहा है। भगवान महावीर के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाने वाली यह तिथि जैन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण होती है। इस दिन भारत के कई राज्यों में सरकारी अवकाश (Mahavir Jayanti 2025 is government holiday) घोषित किया जाता है, और खासकर स्कूलों में भी छुट्टी रहती है।
स्कूलों में रहेगा महावीर जयंती पर अवकाश
हर वर्ष की तरह इस बार भी 10 अप्रैल को Mahavir Jayanti School Holiday 2025 के तहत स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे प्रमुख राज्यों की राज्य सरकारों ने 10 अप्रैल को महावीर जयंती के उपलक्ष में स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी अवकाश सूची में भी इस तिथि को स्पष्ट रूप से छुट्टी के रूप में दर्शाया गया है। बिहार सरकार ने भी इस पर्व को देखते हुए स्कूलों और सरकारी कार्यालयों को बंद रखने का निर्णय लिया है। महावीर जयंती पर जैन मंदिरों में विशेष पूजा और शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
भगवान महावीर का जीवन और उनके सिद्धांत
महावीर जयंती केवल अवकाश का दिन नहीं, बल्कि यह अवसर है भगवान महावीर के जीवन दर्शन को समझने और अपनाने का। उनका जन्म बिहार के कुंडग्राम (वर्तमान में वैशाली जिला) में हुआ था। बचपन में उन्हें वर्धमान के नाम से जाना जाता था। 30 वर्ष की आयु में उन्होंने सांसारिक जीवन का त्याग कर तपस्या का मार्ग अपनाया। उन्होंने लगातार 12 वर्षों तक कठोर तप कर अपनी इंद्रियों पर विजय प्राप्त की और आत्मज्ञान प्राप्त किया।
भगवान महावीर ने पंच सिद्धांत दिए—अहिंसा (Non-violence), सत्य (Truth), अस्तेय (Non-stealing), ब्रह्मचर्य (Celibacy) और अपरिग्रह (Non-possessiveness)। ये सिद्धांत आज भी जैन धर्म के मूल स्तंभ हैं। उन्होंने सम्पूर्ण जीवन दिगंबर रूप में बिताया और मौन व्रत के माध्यम से आत्म-शुद्धि की साधना की।