
अगर आप भी अपने पैसे को सुरक्षित तरीके से निवेश कर नियमित आय चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस योजना के तहत, आपको हर तीन महीने में 60 हजार रुपये तक मिल सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको शुरुआत में एक निश्चित रकम निवेश करनी होगी। यह योजना सरकार द्वारा संचालित है, जिससे आपका पैसा सुरक्षित रहता है और आपको एक निश्चित ब्याज दर पर नियमित रिटर्न मिलता है। अगर आप भी अपने रिटायरमेंट के बाद आर्थिक रूप से सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) रिटायर्ड व्यक्तियों के लिए सुरक्षित, भरोसेमंद और बढ़िया रिटर्न देने वाली योजना है। यह योजना सरकार द्वारा समर्थित होने के कारण पूरी तरह सुरक्षित है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी बचत पर स्थिर और निश्चित रिटर्न मिले, तो यह स्कीम आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की विशेषताएँ
इस योजना के तहत, निवेशकों को सिर्फ एक बार राशि जमा करनी होती है, और उसके बाद हर तीन महीने पर ब्याज का भुगतान किया जाता है। ब्याज सीधे पोस्ट ऑफिस के खाते में जमा होता है, जिससे नियमित रूप से धन प्राप्त होता रहे।
कौन कर सकता है इस योजना में निवेश?
इस स्कीम में केवल 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक ही निवेश कर सकते हैं। हालांकि, रिटायरमेंट के बाद 55 से 60 वर्ष के बीच के सरकारी कर्मचारियों को भी इस योजना में निवेश की अनुमति होती है, बशर्ते उन्होंने अपनी रिटायरमेंट राशि (Retirement Benefits) से यह निवेश किया हो।
निवेश की न्यूनतम और अधिकतम सीमा
इस योजना में कम से कम निवेश 1000 रुपये से शुरू होता है, जबकि ज्यादा से ज्यादा निवेश की सीमा 30 लाख रुपये तक तय की गई है। पहले यह सीमा 15 लाख रुपये थी, लेकिन सरकार ने इसे बढ़ाकर 30 लाख रुपये कर दिया है, जिससे निवेशकों को और अधिक लाभ मिल सके। इसके अलावा, इस योजना के तहत आप संयुक्त खाता (Joint Account) भी खोल सकते हैं। पति-पत्नी मिलकर यह खाता खोल सकते हैं, जिससे दोनों को इस योजना का लाभ मिल सके।
मेच्योरिटी पीरियड और निकासी के नियम
इस योजना की मेच्योरिटी अवधि 5 वर्ष होती है। यानी, निवेशक को इस योजना में कम से कम पांच साल तक पैसा जमा रखना होगा। हालांकि, आवश्यकता पड़ने पर निवेशक तीन साल तक की अतिरिक्त अवधि के लिए इसे बढ़ा सकते हैं। अगर आपको मेच्योरिटी से पहले पैसे निकालने की जरूरत पड़ती है, तो यह संभव है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें लागू होती हैं। समय से पहले निकासी करने पर ब्याज दर में कटौती हो सकती है और कुछ पेनल्टी भी देनी पड़ सकती है।
इस योजना में कितना ब्याज मिलेगा?
वर्तमान में, सरकार इस योजना पर 8.2% वार्षिक ब्याज दर दे रही है। यह दर तिमाही आधार पर ब्याज भुगतान के लिए लागू होती है।
हर 3 महीने में 60 हजार रुपये पाने के लिए कितना निवेश करें?
अगर आप इस योजना से हर तीन महीने में 41,000 रुपये प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एकमुश्त 20 लाख रुपये का निवेश करना होगा। इस पर आपको तिमाही आधार पर 8.2% वार्षिक ब्याज के हिसाब से 41,000 रुपये प्राप्त होंगे। अगर आप छोटे निवेश से शुरुआत करना चाहते हैं, तो आप अपनी जरूरत और बजट के अनुसार न्यूनतम 1000 रुपये से भी इसमें निवेश कर सकते हैं।