ये हैं SBI MF की टॉप 5 स्कीम मात्र 1 साल में 55% से 64% तक दिया रिटर्न, देख लो अभी

SBI की इक्विटी स्कीम्स ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। PSU फंड से लेकर हेल्थकेयर फंड तक, जानें इन टॉप 5 स्कीम्स में निवेश का सही तरीका और संभावनाएं।

By Pankaj Singh
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ये हैं SBI MF की टॉप 5 स्कीम मात्र 1 साल में 55% से 64% तक दिया रिटर्न, देख लो अभी

SBI MF (Mutual Fund) देश के सबसे बड़े और विश्वसनीय म्यूचुअल फंड हाउस में से एक है। इसके टॉप 5 इक्विटी स्कीम्स ने बीते एक साल में एकमुश्त निवेश पर 55% से 64% तक का जबरदस्त रिटर्न दिया है। ये आंकड़े साबित करते हैं कि निवेशकों को अपने वेल्थ क्रिएशन के लक्ष्य के लिए इन फंड्स पर भरोसा करना उचित हो सकता है। खास बात यह है कि इन फंड्स में सरकारी कंपनियों (PSU) से लेकर हेल्थकेयर सेक्टर और इंडेक्स फंड्स तक का समावेश है।

SBI म्यूचुअल फंड की टॉप 5 स्कीम्स और उनके रिटर्न

  1. SBI PSU Fund (Direct Plan): 64.48% (1 वर्ष का रिटर्न)
  2. SBI Healthcare Opportunities Fund (Direct Plan): 57.16%
  3. SBI Long Term Advantage Fund Series V (Direct Plan): 56.04%
  4. SBI Nifty Next 50 ETF: 55.70%
  5. SBI Nifty Next 50 Index Fund (Direct Plan): 55.33%

इन फंड्स ने न केवल एकमुश्त निवेश पर उच्च रिटर्न दिया है, बल्कि सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से 3 वर्षों में भी शानदार एन्युलाइज्ड रिटर्न दिए हैं। उदाहरण के तौर पर, SBI PSU Fund ने SIP पर 45.28% का औसत रिटर्न दिया है।

इन स्कीम्स की विशिष्टता

इन स्कीम्स की सबसे खास बात यह है कि ये अलग-अलग कैटेगरी में आती हैं। उदाहरण के तौर पर:

  • SBI PSU Fund: सरकारी कंपनियों में निवेश करने वाली थीमैटिक स्कीम।
  • SBI Healthcare Opportunities Fund: हेल्थकेयर सेक्टर में निवेश करने वाला सेक्टोरल फंड।
  • SBI Long Term Advantage Fund: इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS)।
  • SBI Nifty Next 50 ETF और Index Fund: लार्जकैप कंपनियों में निवेश करने वाले फंड्स।

हालांकि, इन फंड्स में एक समानता यह है कि ये सभी उच्च जोखिम वाले (Very High Risk) हैं और निवेशकों को लंबी अवधि में लाभ देने के लिए डिजाइन किए गए हैं।

किनके लिए उपयुक्त हैं ये फंड?

SBI Mutual Fund की ये स्कीम्स उन निवेशकों के लिए हैं, जो:

  • लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन का लक्ष्य रखते हैं।
  • मार्केट के उतार-चढ़ाव और उच्च जोखिम सहने की क्षमता रखते हैं।
  • सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स की जोखिम प्रकृति को समझते हैं।

जो निवेशक इन स्कीम्स में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के माध्यम से निवेश करने पर विचार करना चाहिए। SIP निवेश का फायदा यह है कि यह रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ देता है और बाजार की अस्थिरता को संतुलित करता है।

FAQs

1. क्या इन फंड्स में शॉर्ट टर्म निवेश किया जा सकता है?
नहीं, इन फंड्स का लाभ लंबी अवधि (5+ वर्ष) में अधिक होता है।

2. क्या थीमैटिक और सेक्टोरल फंड्स सुरक्षित हैं?
ये फंड्स अधिक जोखिम वाले हैं। केवल वही निवेशक निवेश करें, जो हाई रिस्क प्रोफाइल सहन कर सकते हैं।

3. SIP के फायदे क्या हैं?
SIP बाजार के उतार-चढ़ाव का असर कम करता है और अनुशासित निवेश का रास्ता खोलता है।

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Pankaj Singh

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