SBI Annuity Deposit Scheme: भारत में State Bank of India (SBI) अपनी बेहतरीन पब्लिक सेक्टर सेवाओं के लिए जाना जाता है। अब, SBI ने ग्राहकों के लिए एक बेहद सुरक्षित और लाभकारी स्कीम, SBI Annuity Deposit Scheme, पेश की है। यह स्कीम निवेशकों को नियमित मासिक आय प्रदान करती है, जो न केवल सुरक्षित है, बल्कि निवेश की गई राशि पर आकर्षक ब्याज भी अर्जित करती है।
इस स्कीम का मुख्य आकर्षण यह है कि निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार निवेश कर सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से पूरा कर सकते हैं।
SBI Annuity Deposit Scheme के प्रमुख पहलू
SBI Annuity Deposit Scheme एक विशेष योजना है जो नागरिकों को एक सुनिश्चित मासिक आय प्रदान करती है। इस योजना के तहत, निवेशक एकमुश्त राशि जमा कर सकते हैं, और उसके बदले उन्हें नियमित अंतराल पर EMI (Equated Monthly Installments) के रूप में भुगतान किया जाएगा। यह EMI जमा की गई राशि और अर्जित ब्याज का संयोजन होता है।
समयावधि और निवेश की सुविधा
निवेशक इस योजना में 36, 60, 84, या 120 महीनों की अवधि के विकल्पों में से अपनी आवश्यकता के अनुसार चुन सकते हैं।
- न्यूनतम निवेश राशि: ₹1,000
- अधिकतम निवेश राशि: कोई सीमा नहीं।
ब्याज की गणना और भुगतान
ब्याज की गणना त्रैमासिक आधार पर की जाती है और इसे मासिक EMI में जोड़ा जाता है। यह सुविधा सुनिश्चित करती है कि निवेशकों को हर महीने एक निश्चित इनकम मिलती रहे।
SBI Annuity Scheme की विशेषताएं और फायदे
- सुरक्षित निवेश: यह योजना SBI जैसी विश्वसनीय संस्था द्वारा पेश की गई है, जिससे यह बेहद सुरक्षित और भरोसेमंद बनती है।
- नियमित मासिक आय: निवेशक को हर महीने EMI के रूप में राशि प्राप्त होती है, जो उनकी वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करती है।
- लचीलापन: निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार अवधि और राशि का चयन कर सकते हैं।
- नॉमिनी सुविधा: यदि निवेशक समय पर रिटर्न प्राप्त करने में असमर्थ हैं, तो नॉमिनी को यह राशि हस्तांतरित की जा सकती है।
- पारदर्शिता: योजना के तहत निवेशकों को पासबुक प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने निवेश की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं।
FAQs
Q1: इस योजना में कौन निवेश कर सकता है?
A: कोई भी भारतीय नागरिक इस योजना में निवेश कर सकता है।
Q2: क्या इस योजना में आंशिक निकासी की अनुमति है?
A: नहीं, यह योजना आंशिक निकासी की अनुमति नहीं देती।
Q3: मासिक EMI में क्या शामिल होता है?
A: EMI में मूलधन और अर्जित ब्याज दोनों शामिल होते हैं।