AC खरीदने से पहले यह तुलना ज़रूरी! 3 स्टार vs 5 स्टार AC – बिजली बिल और कूलिंग में कौन है बेस्ट?

गर्मी से राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर-AC एक अनिवार्य उपकरण बन गया है। लेकिन इसे खरीदते समय केवल स्टार रेटिंग नहीं, कूलिंग क्षमता, कमरे का आकार, पीसीबी वारंटी और सर्विसिंग पर ध्यान देना चाहिए। गलत चुनाव न केवल प्रदर्शन को प्रभावित करता है बल्कि आग जैसी दुर्घटनाओं का भी कारण बन सकता है। सही जानकारी से ही स्मार्ट खरीददारी संभव है।

By Pankaj Singh
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AC खरीदने से पहले यह तुलना ज़रूरी! 3 स्टार vs 5 स्टार AC – बिजली बिल और कूलिंग में कौन है बेस्ट?
air conditioner

भीषण गर्मी का समाधान अब केवल एक ही है – एयर कंडीशनर-AC। देशभर में तापमान बढ़ने के साथ ही एयर कंडीशनर की मांग तेज़ हो रही है। ऐसे में यदि आप नया एयर कंडीशनर खरीदने जा रहे हैं या पुराने को बदलने का विचार कर रहे हैं, तो सही जानकारी होना बेहद जरूरी है। आज बाजार में AC खरीदते समय ग्राहक केवल स्टार रेटिंग जैसे 3 स्टार या 5 स्टार को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन वायबोर (Wybor) कंपनी के डायरेक्टर गगन प्रीत सिंह मल्होत्रा के अनुसार सबसे अहम है कूलिंग क्षमता (Cooling Capacity)

एयर कंडीशनर की कूलिंग कैपेसिटी पर ध्यान दें

हर एयर कंडीशनर पर एक स्टार रेटिंग लेबल होता है, जो उसकी ऊर्जा दक्षता दर्शाता है। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण है कूलिंग कैपेसिटी। एक 1.5 टन AC की कूलिंग क्षमता कम से कम 5000 से 5200 वाट के बीच होनी चाहिए। कई कंपनियां कम क्षमता वाले एयर कंडीशनर को 1.5 टन बताकर बेच रही हैं, जिससे उपभोक्ता भ्रमित हो रहे हैं।

अगर आप उत्तर भारत जैसे इलाकों (जहां तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक जाता है) में रहते हैं, तो 5000-5200 वाट कूलिंग कैपेसिटी वाला AC ही चुनें। वहीं पश्चिमी और तटीय राज्यों जैसे गुजरात, गोवा, मुंबई और केरल के लिए 4500 से 4800 वाट तक की क्षमता पर्याप्त मानी जाती है।

कमरे के साइज के अनुसार चुनें AC

गगन मल्होत्रा के मुताबिक, सही एयर कंडीशनर चुनने में कमरे का आकार अहम भूमिका निभाता है। अगर आपका कमरा 150 स्क्वायर फीट का है, तो डेढ़ टन का AC जिसमें 5100 वाट या उससे ज्यादा कूलिंग कैपेसिटी हो, बिल्कुल उपयुक्त रहेगा। अगर कम क्षमता वाला AC जैसे 3700-4800 वाट इस्तेमाल किया जाए तो वह केवल 125 स्क्वायर फीट तक ही प्रभावी ठंडक दे पाएगा।

वारंटी और इनवर्टर तकनीक का विशेष ध्यान रखें

आजकल के अधिकांश इनवर्टर AC में पीसीबी (PCB) लगे होते हैं, जो बेहद महंगे पुर्जे होते हैं। इसलिए AC खरीदते समय पीसीबी वारंटी जरूर देखें। वायबोर कंपनी अपने ग्राहकों को 5 साल की कंप्रिहेंसिव वारंटी और 10 साल की कंप्रेसर वारंटी दे रही है, जो ग्राहकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प है।

विंडो AC नहीं, स्प्लिट AC है बेहतर विकल्प

आज के दौर में विंडो AC की मांग केवल 5% रह गई है। इसकी सबसे बड़ी वजह है इसकी अधिक आवाज और बिजली की खपत। वहीं स्प्लिट AC न सिर्फ ज्यादा कुशल होते हैं, बल्कि कम शोर भी करते हैं। वायबोर का डेढ़ टन का इनवर्टर स्प्लिट AC, जिसकी कूलिंग कैपेसिटी 5100 वाट से ऊपर है, आपको केवल ₹31,000 से ₹32,000 की कीमत में मिल सकता है। दूसरी कंपनियों में यही AC ₹50,000 से ऊपर का है।

एयर कंडीशनर में आग लगने की बढ़ती घटनाओं के पीछे कारण

हाल के दिनों में एयर कंडीशनर में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है सही समय पर सर्विसिंग न करवाना और अनधिकृत तकनीशियनों द्वारा सर्विसिंग कराना। इससे डुप्लीकेट पार्ट्स का उपयोग होता है, जो शॉर्ट सर्किट और आग जैसी घटनाओं को जन्म देता है। गगन मल्होत्रा का सुझाव है कि साल में कम से कम दो बार अधिकृत कंपनी से AC की सर्विसिंग कराएं, ताकि इसकी सुरक्षा और कार्यक्षमता दोनों बनी रहें।

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Pankaj Singh

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